दोहरा फायदा! वजन कम करने वाली दवा से आती है खुशियां भी, अपने आप दूर होता है चिंता और अवसाद

हाइलाइट्स

जिन डायबिटीज पेशेंट ने इन मेडिकेशन का सहारा लिया उनमें एंग्‍जायटी के लक्षण कम थे.
यह रिसर्च 3,081,254 मधुमेह रोगियों और 9,29,174 गैर-मधुमेह रोगियों पर किया गया.

Weight Loss Medications Reduce Depression:  दुनियाभर में लाखों लोग हैं जो डायबिटीज टाइप टू के मरीज है और इंजेक्‍शन की मदद से हेल्‍दी बने हुए हैं, यही नहीं, लाखों लोग वजन कम करने के लिए भी इस तरह के इंजेक्‍शन का सहारा ले रहे हैं और मोटापे की समस्‍या को दूर करने के सपने देख रहे हैं. लेकिन हाल ही एक खुश कर देने वाली रिसर्च सामने आई है जिसमें क्‍लेम किया गया है कि जो लोग इन मेडिकेशन का सहारा ले रहे हैं उनके डिप्रेशन एंग्‍जायटी की समस्‍या में भी काफी सुधार आया है.

फॉक्‍स न्‍यूज के मुताबिक, वेरोना स्थित एपिक रिसर्च के जांचकर्ताओं ने पाया कि मधुमेह के जिन रोगियों को ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (जीएलपी-1) दवाएं दी गई थीं, उनमें अन्‍य की तुलना में डिप्रेशन कम देखने को मिला. बता दें कि जीएलपी-1 दवाओं में सेमाग्लूटाइड (Ozempic or Wegovy), टिरजेपेटाइड (Mounjaro), डुलाग्लूटाइड (Trulicity) और एक्सेनाटाइड (Byetta and Bydureon) शामिल हैं.

एपिक वेबसाइट पर रिलीज किए गए विज्ञप्ति में बताया गया कि जिन डायबिटीज पेशेंट ने इन मेडिकेशन का सहारा लिया, उनमें चिंता यानी एंग्‍जायटी के लक्षण कम थे. जो लोग डायबिटीज के पेशेंट नहीं हैं और उन्‍होंने Ozempic or Wegovy इंजेक्‍शन वजन कम करने के लिया, उनमें भी डिप्रेशन और एंग्‍जायटी के लक्षण कम दिखे. बता दें कि यह रिसर्च 3,081,254 मधुमेह रोगियों और 9,29,174 गैर-मधुमेह रोगियों पर किया गया.

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क्‍या कहना है डॉक्‍टर का
फ्लोरिडा के न्यूरोलॉजिस्ट और लॉन्गविटी कंपनी सेनोलिटिक्स के संस्थापक डॉ. ब्रेट ओसबोर्न ने एपिक रिसर्च अध्ययन पर कहा कि ओजेम्पिक के संभावित एंटीडिप्रेसिव इफेक्‍ट की वजह से वैज्ञानिकों और अपने फिजिकल मेंटल हेल्‍थ को बेहतर रखने की कोशिश कर रहे लोगों में एकाएक इसको लेकर इंट्रेस्‍ट दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वजन घटाने के लिए जो लोग ओसबोर्न का इस्‍तेमाल कर रहे हैं उनके मूड और सोचने के तरीके में पॉजिटिव सुधार देखते को मिलता है.

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लाइफस्‍टाइल का मेंटल हेल्‍थ पर असर
डॉ ओसबोर्न का कहना है कि वजन कम करना भी मेंटल वेलनेस की वजह हो सकती है. यह ना केवल पेशेंट के मूड को बूस्‍ट करता है बल्कि आत्‍मविश्‍वास भी बढ़ाने का काम करता है. इस तरह लाइफस्‍टाइल में बदलाव, व्‍यायाम, सही डाइट, बेहतर नींद आदि को अपनाकर वजन कम किया जा सकता है और अपने मेंटल हेल्‍थ को बेहतर रखा जा सकता है. फिजिकल एक्टिविटी ब्रेन में इंडॉरफिन और डोपामाइन रिलीज करने का काम करता है जो मूड को रेगुलेट करने में मदद कर सकता है.

Tags: Health, Lifestyle

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