हिमांशु नारंग/करनाल: देश में इस साल गेहूं की रिकॉर्ड तोड़ पैदावार हुई है, जिसमें हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं का उत्पादन दर्ज किया गया है. नवंबर माह में 112 मिलियन टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन उत्पादन 112.74 मिलियन टन रहा, जो देश में अब तक का रिकॉर्ड है.
इसी कड़ी में 62वां अखिल भारतीय गेहूं एवं जौ सेमिनार का आयोजन महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर में किया गया था. इसमें 300 से अधिक अनुसंधानकर्ताओं ने भाग लिया. सेमिनार में 2022-23 की प्रगृति का अवलोकन किया साथ ही वर्ष 2023-24 के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार की गई.
8 नई प्रजातियों का चयन
देश में गेहूं उत्पादन में रिकार्ड उत्पादन हुआ है, इसके लिए गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल को साउथ एशिया की यूनिवर्सिटी ने स्मृति चिन्ह देकर सराहना की है, इसके अलावा 8 नई प्रजातियों का चयन वैरायटी एडटीफिकेशन कमेटी द्वारा किया गया है, जिसमें दो प्रजातियां उत्तरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र के लिए, दो प्रजातियां उत्तरी पूर्वी मैदानी क्षेत्र के लिए, एक प्रजाति मध्य क्षेत्र के लिए, एक प्रजाति प्रायद्वीप क्षेत्र के लिए, एक प्रजाति जौ की EWRB-219, एक पूर्व प्रजाति बीपीडब्ल्यू-327 नॉर्थ वेस्ट प्ले जोन के लिए चुनी की गई थी.
किसानों को भी मिलेंगे बीज
उत्तरी पश्चिमी मैदानी क्षेत्र की बात करें तो तीन नई किस्में डीबीडब्ल्यू -370, 371, 372 के साथ साथ पूर्व प्रजातियां 327,332 पांच प्रजातियां हैं, जो 70 से 80 प्रति हेक्टेयर पैदावार देने की क्षमता रखती हैं. इन प्रजातियों के बीज किसानों को भी उपलब्ध करवाएं जाएंगे. 15 सितंबर से किसानों के लिए पोर्टल खोला जाएगा, जहां किसानों को संस्थान द्वारा विकसित की गई गेहूं की वैरायटियां मिल सकेंगी.
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FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 21:03 IST