देश के इस शहर में नवंबर के बाद पेट्रोल-डीजल की कारों की बिक्री बंद, एक हफ्ते बाद नहीं खरीद सकेंगे टू-व्हीलर

चंडीगढ़/मनोज राठी. अगर आप चंडीगढ़ में पेट्रोल-डीज़ल की कार या टू व्हीलर लेना चाहते हैं तो आपके लिए बुरी ख़बर है. आपका नया वाहन लेने का सपना पूरा नहीं हो सकता. चंडीगढ़ प्रशासन की ईवी पॉलिसी के लागू होने से आपका त्योहारों पर अपने घर पेट्रोल या डीज़ल वाला नया वाहन लाने का प्लान फेल हो सकता है. इससे ना सिर्फ वाहन खरीदने की सोचने वाले लोग मायूस हैं बल्कि शहर की ऑटोमोबाइल कंपनियों में हड़कंप मच गया है.

दरअसल चंडीगढ़ प्रशासन ने सितंबर 2022 में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लागू की गई थी. ताकि शहर को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके. इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देकर शहर को और बेहतर बनाया जाने की योजना है. इसी के तहत पेट्रोल-डीजल के चार पहिया,दोपहिया वाहनों के लिए कोटा निर्धारित कर दिया गया था. ताकि इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके. लेकिन ईवी पॉलिसी से ना सिर्फ इस त्योहारों के सीज़न में पेट्रोल, डीज़ल वाले वाहन खरीदने की इच्छा रखने वालों को झटका लगा है बल्कि ऑटोमोबाइल कंपनियों में खलबली मच गई है.

क्या है होंडा का बयान ?
न्यूज 18 की टीम ने इस बार में चंडीगढ़ की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी होंडा में जाकर इस बारे में जानकारी ली. कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को उनपर थोपा जा रहा है. यह पॉलिसी सिर्फ चंडीगढ़ में लागू की जा रही है. इसके तहत शहर में टू व्हीलर का रजिस्ट्रेशन का कोटा सिर्फ 400 रह गया है जो कि इस हफ्ते पूरा हो जाएगा. इसका मतलब उसके बाद टू व्हीलर चाहे वह बाइक हो चाहे ,वह एक्टिवा हो उसका रजिस्ट्रेशन चंडीगढ़ में नहीं होगा.

ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए घटक है ये फैसला
ट्राई सिटी में चंडीगढ़ के अलावा पंचकूला और मोहाली भी आता है लेकिन सिर्फ चंडीगढ़ में ही इस पॉलिसी को लागू किया जा रहा है.इस कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि ये फैसला उनके लिए घातक होगा जिससे पूरी ऑटोमोबाइल कंपनियां खत्म हो जाएंगी. ऑटोमोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों की प्रशासन के साथ पिछले दिनों मीटिंग हुई है लेकिन कोई भी समाधान नहीं निकला. सेक्टर-17 स्थित पंजीकरण और लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) ने साफ कर दिया है कि पेट्रोल बाइकों का पंजीकरण बंद हो जाएगा. क्योंकि ईवी नीति के अनुसार नॉन-इलेक्ट्रिक बाइकों का कोटा समाप्त हो रहा.

इतना बचा है कार का कोटा
आरएलए ने यह भी कहा है कि इस साल का पेट्रोल-डीजल कारों के पंजीकरण का कोटा भी सिर्फ 1802 रह गया जो कि नवंबर तक खत्म हो जाएगा.ईवी नीति के वर्ष 2023-24 के लक्ष्य के अनुसार, शहर में करीब 6202 पेट्रोल बाइक पंजीकृत होने की बात प्रशासन ने की थी. इसके बाद पेट्रोल बाइकों का पंजीकरण बंद हो जाएगा और सिर्फ इलेक्ट्रिक बाइकों का ही पंजीकरण होगा.

Tags: Chandigarh news, Haryana news, Local18

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