उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक शुक्रवार को गोरखपुर, देवरिया और सुलतानपुर पहुंचे और देवरिया सामूहिक हत्याकांड और सुलतानपुर चिकित्सक हत्याकांड मामले के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करके हर संभव मदद का भरोसा देते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर सोमवार सुबह दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या कर दी गयी थी।
उप मुख्यमंत्री पाठक गोरखपुर में सबसे पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर गए, जहां उन्होंने देवरिया सामूहिक हत्याकांड में घायल अनमोल दुबे का हाल जाना।
उन्होंने चिकित्सकों से अनमोल के स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी हासिल की। पाठक को बताया गया कि अनमोल की हालत में सुधार हो रहा है और अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज जारी है।
उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि अनमोल के इलाज में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
पाठक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “देवरिया की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। समयबद्ध उच्च स्तरीय जांच जारी है। इसकी निगरानी भी मेरे द्वारा की जा रही है। किसी भी तरह की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। दोषी अपराधियों को ऐसी सजा मिलेगी कि पीढ़िया याद करेंगी।”
पाठक ने कहा, “स्वर्गीय दुबे के पुत्र का गहन इलाज जारी है, जो इस दुखद घटना में घायल हो गया था। मैंने बच्चे का कुशल क्षेम लिया है और उसकी तबीयत में सुधार हो रहा है। चिकित्सक लगातार निगरानी भी कर रहे हैं।
इस वारदात के दोषियों को कानून के मुताबिक कड़ी से कड़ी सजा मिले और इस मामले को त्वरित सुनवायी अदालत में ले जायेंगे। न्याय सबको मिले और अन्याय किसी के साथ न हो, इस अवधारणा पर सरकार कायम है और मामले में न्याय होगा और होते दिखेगा भी।”
इसके बाद ब्रजेश पाठक देवरिया भी गये और सामूहिक हत्याकांड में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और कहा कि ‘‘सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। चाहे दोषी पक्ष कोई भी हो, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।’’
पाठक ने गोरखपुर सर्किट हाउस में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और चिकित्सकों को निर्देश दिया कि मरीजों के इलाज में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
इसके पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को मामले में कथित लापरवाही पर एक उपजिलाधिकारी और एक पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित 15 पुलिस और राजस्व कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए थे।
देवरिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने सोमवार को बताया था कि रुद्रपुर थानाक्षेत्र के फतेहपुर गांव में सुबह करीब छह बजे जमीन विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे (54), उसकी पत्नी किरण (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) तथा बेटे गांधी (15) की हत्या कर दी गयी।
उन्होंने बताया था कि इससे पहले आज (सोमवार) सुबह जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव (50) की सत्य प्रकाश दुबे के पक्ष के लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
उन्होंने बताया था कि उसके बाद हुए संघर्ष में दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया था कि यादव के समर्थकों ने दुबे के घर पर हमला कर दिया, जिसमें दुबे सहित पांच लोग मारे गए।
देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमें सुबह लगभग आठ बजे सूचना मिली कि फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में एक वारदात हुई है। सूचना देने वाले ने बताया कि झड़प में एक पक्ष के एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और बाकी छह लोग पुलिस को बेसुध हालत में मिले थे।
हमने उन्हें देवरिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने इनमें से पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया।’’
पुलिस सूत्रों ने बताया था कि इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे का बेटा अनमोल जख्मी हो गया है और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
इस बीच सुलतानपुर से मिली खबर के अनुसार उप मुख्यमंत्री पाठक ने सुलतानपुर जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र में डॉ. घनश्याम त्रिपाठी की हत्या के चौदहवें दिन पीड़ित परिवार से शुक्रवार को लंभुआ के सुखौली गांव पहुंचकर मुलाकात की और कहा कि हत्यारे बख्शे नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जो हत्यारे हैं, वो किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। चिकित्सकों की हत्या में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) जिलाध्यक्ष के चचेरे भाई को आरोपी बनाया गया है, जो अब तक वह फरार है और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
बृजेश पाठक शुक्रवार शाम पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और परिवार से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कि घटना चिकित्सक परिवार की है तो हमारे विभाग से जुड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘परिवार का जो दुःख था वो उन्होंने हमसे साझा किया है। इसमें जो हत्यारे हैं, उनको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पूरे मामले को हम त्वरित सुनवायी अदालत में ले जाएंगे और सुनिश्चित किया जाएगा कि शीघ्र से शीघ्र कड़ी से कड़ी सजा मिले। परिजनों से हमने बात की है, पूरी सरकार पीड़ित परिवार के साथ है।’’
मृतक संविदा चिकित्सक घनश्याम त्रिपाठी की पत्नी निशा त्रिपाठी ने बताया, ‘‘ मेरे पति का हत्यारा पकड़ा जाए इस सिलसिले में मैंने उपमुख्यमंत्री से बात की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मामले में निष्पक्ष जांच होगी।’’
गौरतलब है कि सुलतानपुर के कोतवाली नगर क्षेत्र में 23 सितंबर की शाम को जमीन विवाद को लेकर कुछ लोगों ने जयसिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक घनश्याम त्रिपाठी की कथित तौर पर पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी थी।
मृतक चिकित्सक त्रिपाठी (53) की पत्नी निशा त्रिपाठी ने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर नारायणपुर निवासी लोगों ने उनके पति की हत्या कर दी।
निशा त्रिपाठी के मुताबिक हमले के बाद उनके पति ने उन्हें बताया था कि नारायणपुर निवासी जगदीश नारायण सिंह के बेटे ने उन पर हमला किया।
त्रिपाठी को बाद में उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई। निशा त्रिपाठी ने बताया कि सरस्वती विद्या मंदिर के पीछे जमीन को लेकर विवाद था।
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