fatehpur murder case
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फतेहपुर जिले में 28 दिसंबर की रात आशीष की आखिरी रात होने वाली है, इसका उसे अंदाजा भी नहीं रहा होगा। पकड़े जाने के बाद आवेश में पिता और पुत्र मफलर के सहारे आशीष को कार तक घसीटते ले गए। हत्यारोपी की मानें, तो उस समय आशीष डरा और सहमा था। वह गाली गलौज और मारपीट रहे थे, उसकी जुबां से विरोध का एक शब्द नहीं निकला।
उसने भागने की भी कोशिश नहीं की। वह भागता, तो शायद लोकलाज के डर से भाग जाने देते। कोर्रा गांव के जंगल के पास पुत्तन ने कार रोकवाई और गला कसना शुरू किया। गला कसते ही आशीष चीखकर बोला बाबा माफ कर दो। दोबारा विपिन से चाचा बोलकर माफी मांगी, लेकिन देर हो चुकी थी। आवेश में हत्या का पाश्चाताप भी आरोपियों को हुआ।