अनुज गौतम / सागर. नवंबर के दूसरे सप्ताह में धनतेरस और दिवाली है. इन दिनों में बाजार में करोड़ों अरबों की खरीदारी होती है. हजारों लोग मार्केट में पहुंचकर दुकानों में जरूरी सामान खरीदते हैं. लेकिन कभी-कभी भीड़ होने की वजह से दुकानदार आपको कोई सामान दिखाने में पर्याप्त समय नहीं दे पाते. या फिर आप भी इत्मीनान से उसको नहीं देख पाते हैं इसलिए अगर आप कीमती और अच्छी चीज आराम से खरीदना चाहते हैं. तो इसके लिए दिवाली से पहले और दिवाली के बाद अलग-अलग दिनों में श्रेष्ठ और शुभ मुहूर्त हैं. इन मुहूर्त में आप वाहन से लेकर सोने चांदी रत्न हीरे जवाहरात या अन्य किसी चीज की भी खरीदारी कर सकते हैं.
सागर के ज्योतिष आचार्य पंडित अनिल कुमार पांडे ने मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ से अध्ययन करने के बाद दिवाली और धनतेरस से पहले खरीदी करने के लिए शुभ मुहूर्त बताए हैं.ग्रंथ के अनुसार 22 अक्टूबर को सुबह 6:45 से लेकर रात 8:00 तक खरीदी करने के लिय शुभ मुहूर्त और अच्छे नक्षत्र हैं. 1 नवंबर को 9:20 रात से 4:39 रात तक मूहूर्त है, 3 नवंबर को सूर्योदय से 8:33 रात तक खरीदी कर सकते हैं, 5 नवंबर को सूर्योदय से दिन के 10 बजकर तीस मिनट तक का योग है. इसी तरह 9 नवंबर को 9:52 मिनट से रात्रि अंत के 6 बजकर 32 मिनट तक, 10 नवंबर को सूर्योदय से 12 बजकर 3 मिनट तक.
इस दिन करें खरीदारी
वहीं दिवाली के बाद भी कुछ अच्छे योग हैं जिनमे 19 नवंबर को सूर्योदय से रात के 10:48 तक और 29 नवंबर को सूर्योदय से लेकर दिन के 1:55 तक खरीदी की जा सकती हैं. इसके अलावा अगर आपको किसी और दिन खरीदी करनी है तो इसके लिए अभिजीत मुहूर्त शुभ होता है अभिजीत मुहूर्त प्रतिदिन आता है उस समय में आप किसी भी चीज की खरीदी कर सकते हैं.
रविवार मंगलवार गहने खरीदने के लिए शुभ
गहने बनवाने और खरीदने का भी अलग समय होता है मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ के नखत प्रकरण के 50 वे श्लोक में बताया गया है कि त्रिपुष्कर योग में चर संगत, स्वाति, पुनुर्वासु, श्रवण, धनिष्ठा और सतविसा, छिप्र संज्ञक में हस्त, अश्वनी, पुष्य ,अभिजीत, दुर संज्ञक, तीनों उत्तरा और रोहणी नक्षत्र में आभूषण बनवाना शुभ होता है. किसी भी रविवार और मंगलवार को अभिजीत मुहूर्त में गहना खरीदना बनवाना शुभ हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 22, 2023, 08:38 IST