दिवाली से पहले नरक चतुर्दशी के दिन करें यह काम,अद्भुत सौंदर्य की होगी प्राप्ति

गुलशन कश्यप, जमुई: दीपावली से ठीक एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है. इसे नरक चौदस, रूप चौदस या रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का विधान है. लेकिन इसी दिन इस खास विधि से पूजा करने पर अद्भुत सौंदर्य की प्राप्ति होती है. ज्योतिषाचार्य प्रदीप आचार्य बताते हैं कि नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली भी कहा जाता है और इस दिन यमराज के साथ-साथ भगवान कृष्ण की उपासना भी की जाती है, क्योंकि इसी दिन उन्होंने नरकासुर का वध किया था.

कई जगहों पर यह भी मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन ही भगवान हनुमान जी का भी जन्म हुआ था. अगर आयु या स्वास्थ्य की समस्या हो तो इस दिन किए गए उपाय लाभकारी साबित होते हैं.

जानिए क्या है नरक चतुर्दशी की पूरी कथा
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था. इसलिए ऐसी मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी जिसे गोपाष्टमी भी कहा जाता है, इस दिन एक लोटे में पानी भर कर रखा जाता है. नरक चतुर्दशी के दिन इस लोटे के जल से नहाने से नरक भय से मुक्ति मिलती है. स्नान के बाद दक्षिण दिशा की ओर हाथ जोड़कर यमराज से प्रार्थना करने से मनुष्य के द्वारा साल भर में किए गए सभी पापों का नाश हो जाता है.

इस दिन स्नान करने से होती है अद्भुत सौंदर्य की प्राप्ति
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन प्रात: काल या सायं काल चंद्रमा की रोशनी में जल से स्नान करना चाहिए. इस दिन विशेष उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए. उन्होंने बताया कि ऐसा करने से न केवल अद्भुत सौंदर्य और रूप की प्राप्ति होती है बल्कि स्वास्थ्य की तमाम समस्याएं भी दूर होती है. उन्होंने बताया कि स्नान करने के वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस जल से स्नान किया जा रहा हो वह गर्म नहीं होना चाहिए तथा ताजा या शीतल जल से ही स्नान करना चाहिए.

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इस दिन स्नान करने के बाद दीपदान भी करना चाहिए. उन्होंने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन सुबह सूर्य निकलने से पहले हीं उठ जाएं और अपने पूरे शरीर पर तिल का तेल मलें, ऐसा करने से भी व्यक्ति को नर्क के भय मुक्ति मिलती है. इस दिन स्नान करने के बाद भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है. उन्होंने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन कुलदेवी, कुलदेवता और पितरों के नाम से भी दिया जलाएं.

(नोट: यह सारी बातें ज्योतिषी के द्वारा कही गई हैं. न्यूज 18 इन बातों की पुष्टि नहीं करता है.)

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Diwali, Narak Chaturdashi, Religion 18

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