नई दिल्ली: दुनिया के सबसे बड़े सोने के उपभोक्ता देश भारत में दिवाली से पहले धनतेरस पर सोने तथा चांदी की खरीदारी शुक्रवार को उपभोक्ता मांग में सुधार के चलते सकारात्मक रही. व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं को उम्मीद है कि हालिया उच्च स्तर से कीमतों में नरमी के कारण बिक्री की मात्रा पिछले वर्ष से 20 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी.
दुकानों पर ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी, ऑनलाइन मंचों पर तेज बिक्री और 10 दिन पहले 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर की तुलना में सोने की कीमतों में अपेक्षाकृत नरमी से खरीदारी बढ़ी. इस दौरान हल्के आभूषणों की उल्लेखनीय रूप से बिक्री हुई.
सोने का भाव 28 अक्टूबर को 63,000 रुपये के उच्चतम स्तर से 800-1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम (24 कैरेट) तक गिर गया. शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें 61,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहीं. दिल्ली में 2022 में धनतेरस के दिन सोने की कीमतें करों को छोड़कर 50,139 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं. आमतौर पर धनतेरस के दिन करीब 20-30 टन सोने की बिक्री होती है.
द्रिकपंचांग के अनुसार, धनतेरस पर चांदी तथा सोना खरीदने का सबसे अच्छा मुहूर्त शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट बजे शुरू होकर 11 नवंबर को दोपहर एक बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगा.
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के निदेशक दिनेश जैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सोने की कीमतें कारोबार के लिए अनुकूल हैं. हमें उम्मीद है कि धनतेरस के दिन देशभर में कुल बिक्री 30 टन से अधिक होगी. यह एक साल पहले की अवधि में लगभग 22 टन अनुमानित बिक्री से कहीं अधिक होगी.”
धनतेरस पर सोने की लगभग 60 प्रतिशत बिक्री दक्षिण और पश्चिम भारत से, जबकि शेष पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों से होने की उम्मीद है. जैन ने कहा कि इस धनतेरस पर सोने की बिक्री पिछले साल की तुलना में काफी अधिक होगी क्योंकि अधिकतर सर्राफ संगठित खुदरा विक्रेता बन गए हैं. पिछले एक साल में संगठित आभूषण खुदरा बिक्री 10 प्रतिशत से 45 प्रतिशत तक बढ़ी है. इससे बिक्री पर प्रामाणिक आंकड़ा प्राप्त करने में मदद मिलती है.
जीजेसी के अधिकारी ने कहा कि सोने और चांदी की खरीद के लिए शुभ समय को देखते हुए, दोपहर के बाद से ही ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. महानगरों में उपभोक्ता कार्यालय समय के बाद खरीदारी के लिए निकले.
ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ्स फेडरेशन नेशनल के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने कहा, “धनतेरस पर देश में करीब 41 टन सोना और करीब 400 टन चांदी के आभूषण और सिक्के बिके.” उन्होंने कहा कि मूल्य के संदर्भ में, देश भर में सोना, चांदी और अन्य वस्तुओं का कुल कारोबार 30,000 करोड़ रुपये था.
जीजेसी के पूर्व चेयरमैन मनीष जैन ने कहा, ‘‘दाम कम हुए हैं और उपभोक्ता मांग बढ़ी है. ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है.” उन्होंने कहा कि उपभोक्ता सोने तथा चांदी के सिक्के और यहां तक कि पूजा के लिए चांदी के बर्तन भी खरीद रहे हैं. एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटीज) देवेया गगलानी ने कहा कि पिछले साल धनतेरस के बाद से सोने ने निफ्टी 50 के प्रतिफल को आसानी से पछाड़ते हुए करीब 20 प्रतिशत का शानदार प्रतिफल दिया है.
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