आशुतोष तिवारी/रीवा. दिवाली में सोने की खरीदी को शुभ माना जाता है, लेकिन अभी से ही ज्वेलरी शॉप में खरीदारों की भीड़ हो गई है. ऐसे में गोल्ड खरीदने के समय जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए. साथ ही ज्वेलरी खरीदते समय HUID का ध्यान जरूर देना चाहिए. बहुत से ऐसे लोग है जो अभी भी इस सिस्टम को नहीं जानते है. आज हम आपको बताते हैं कि हॉलमार्क और HUID क्या है?
गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के सर्टिफाइड जेमोलॉजिस्ट विजय कुमार सोनी ने बताया कि जिस तरह से गाड़ी और वाहन खरीदने के समय हमे गाड़ी का नंबर दिया जाता है ठीक उसी तरह से सोने के जेवरात खरीदने के समय हॉलमार्क यानी छह अंकों वाली ‘हॉलमार्क अल्फ़ान्यूमेरिक यूनिक आइडेंटिफिकेशन’ (HUID) नंबर दिया जाता है. इस नंबर के जरिए आप अपने जेवरात के बारे में पता लगा सकते हैं. ये नंबर एक तरह से प्रमाणिक होता है. इसके जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि आपने किस व्यापारी से सोने की खरीदी की थी. इसलिए इस नंबर की मांग करने से शुद्ध सोने के मिलने की संभावना ज्यादा रहती है.
भारत सरकार की इस साइट में पाए अपने आभूषण की जानकारी
भारत सरकार की BIS केयर वेबसाइट और ऐप के जरिए हॉलमार्क नंबर डाल कर आभूषण की वास्तविकता के बारे में पता लगाया जा सकता है. BIS केयर यूजर्स को आईएसआई और हॉलमार्क गुणवत्ता सर्टिफाइड प्रोडक्ट की जांच करने और जानने की अनुमति प्रदान करता है. इसके अलावा, उपभोक्ता इस ऐप का इस्तेमाल करके उन प्रोडक्ट के बारे में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जो प्रामाणिक नहीं हैं. इसके साथ ही यह ऐप यूजर्स को शिकायत प्रबंधन तंत्र तक पहुंचने और BIS वेबसाइट की तरह काम करने की अनुमति भी देता है.
हॉलमार्क वाला ही आभूषण खरीदें
विजय सोनी बताते हैं कि सोने खरीदते समय ये ध्यान रखना चाहिए कि सोने के आभूषण में हॉलमार्क का नंबर अनिवार्य रूप से होना चाहिए. क्योंकि 1अप्रैल 2023 से सोना खरीदने और बेचने के जो नए नियम सरकार के द्वारा बनाए गए थे. इन नियमों के मुताबिक अब सिर्फ 6 अंकों वाले अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्क ही मान्य है. इसके अलावा जो लोग बिना हॉलमार्क के सोने के जेवरात बेच रहे हैं वो एक तरह से अवैध हैं.
.
Tags: Gold, Latest hindi news, Local18, Mp news, Rewa News, Silver price
FIRST PUBLISHED : November 5, 2023, 12:38 IST