दुर्गेश सिंह राजपूत/नर्मदापुरम. पौराणिक कथाओं के अनुसार, श्रीराम रावण का वध करने के पश्चात जब अयोध्या लौटे थे तो सभी ने खुशी में अपने अपने घर पर घी के दीये जलाए थे. इसीलिए दशहरा के 20 दिनों बाद दिवाली मनाई जाती है. दिवाली के अवसर पर मां लक्ष्मी एवं भगवान श्रीगणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन सभी दीपक जलाते हैं और घर को दीपकों से सजाते हैं.
ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा के अनुसार, दीपों के पर्व दिवाली पर दीया जलाना बेहद शुभ माना गया है. इस अवसर पर दीपक किस दिशा में और किस तरह जलाया जाता है इसका भी बेहद महत्व है. पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या पर दीवाली मनाई जाती है. दीपावली दीपों का त्योहार है एवं दीवाली के दिन सभी दीपक जलाते हैं. परंतु, दीया जलाने से जुड़े भी बहुत से नियम हैं जिनका ध्यान रखा जाता है. दीया जलाने की सही दिशा का भी ध्यान रखना जरूरी है. ऐसा नहीं करने पर माता मां लक्ष्मी रूठ सकती हैं. जानिए दीया जलाने से जुड़ी बातें जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी होता है.
दीपक जलाने का सही नियम
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि मान्यता है कि दिवाली पर दक्षिण दिशा में दीप जलाना शुभ नहीं माना गया है. इस दिशा को यमराज की दिशा मानते हैं एवं कहते हैं इस दिशा में दीप जलाना शुभ नहीं माना जाता है. दीपक जलाने की सबसे अच्छी दिशा उत्तर पूर्व दिशा या ईशान कोण मानी गई है. ईशान कोण की तरफ दीये का मुख करके रखा जा सकता है. दिवाली के दिन सबसे पहले घर के मंदिर में माता मां लक्ष्मी के समक्ष दीपक जलाना शुभ माना गया है. अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो माता मां लक्ष्मी रूठ सकती हैं.
यहां रखें दीपक
पं अविनाश मिश्रा ने बताया कि तुलसी के पौधे के पास दीया रखना शुभ होता है. ऐसा करने पर घर में सुख एवं खुशहाली आती है एवं माता मां लक्ष्मी की कृपा हमें मिलती है. इसके बाद रसोई के अंदर दीपक रखना चाहिए. ऐसा करने पर माता मां अन्नापूर्णा का आशीर्वाद हमें मिलता है. यहां दक्षिण-पूर्वी कोने पर भी दीपक रखा जा सकता है. दीवाली पर लोग मोमबत्ती एवं बिजली वाले दीये घर में लगा देते हैं. पर हमें दीये तेल वाले ही जलाने चाहिए. तेल या घी से जले दीये ही शुभ माने जाते हैं. दीपक की गोल बत्ती की जगह लंबी बत्ती लगाएं. इसे शुभ माना गया है. माँ महालक्ष्मी-कुबेर को प्रसन्न करने के लिए घर की तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर दीपक जलाया जाता है. इससे घर में सुख-समृद्धि सदा बनी रहती है.
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FIRST PUBLISHED : November 6, 2023, 13:12 IST