मोहन ढाकले/बुरहानपुर: आपने अक्सर देखा-सुना होगा कि खिलाड़ियों को लक्ष्य हासिल करने में तमाम दिक्कतों के साथ ग्राउंड की समस्या का सामना करना पड़ता है. कई खिलाड़ियों का भविष्य तो इसलिए नहीं बन पाता क्योंकि उनको आसपास खेल मैदान की सुविधा ही नहीं होती. लेकिन, बुरहानपुर के एक किसान ने जो किया, उसकी तारीफ दूर-दूर तक हो रही है.
इस किसान ने ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी और किसानों के बच्चों के लिए अपनी दो एकड़ जमीन प्रैक्टिस के लिए दे दी. यहां पर अब 200 से अधिक खिलाड़ी प्रेक्टिस कर रहे हैं. यहां पर मास्टर ट्रेनरों द्वारा खिलाड़ियों को निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. यहां के खिलाड़ी राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं और जिले का नाम रोशन कर रहे हैं.
बेटा हाईवे पर करता था प्रैक्टिस… पिता ने दी जमीन
किसान राजेंद्र दुटे ने बताया कि मेरा बेटा हिमांशु भी लोकमान्य तिलक एकेडमी में सीखने के लिए जाता था, लेकिन उनके पास जमीन नहीं थी. ऐसे में वहां के प्रशिक्षक दौड़ की प्रैक्टिस इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर करवाते थे. मुझे लगा कि ऐसे में दुर्घटनाएं हो सकती हैं. इसलिए मैंने अपनी दो एकड़ जमीन पर खेती करना बंद किया और 2021 में लोकमान्य तिलक एकेडमी का संचालन करने वाले उमेश माहेश्वरी को यहां पर प्रैक्टिस कराने के लिए जमीन दे दी. 3 साल में उनके द्वारा 800 से अधिक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण निशुल्क दिया गया है. वे खिलाड़ी कबड्डी, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, दौड़ में जिला से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक परचम लहरा चुके हैं.
ट्रेनर भी देते हैं निशुल्क प्रशिक्षण
मास्टर ट्रेनर उमेश महेश्वरी ने बताया कि किसान राजेंद्र द्वारा हमें प्रैक्टिस के लिए दो एकड़ जमीन दी गई है. 3 वर्षों से में यहां पर किसान और ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करवा रहा हूं. फिलहाल 200 खिलाड़ी रोज इस मैदान पर प्रैक्टिस कर रहे हैं.
किसान के पास 32 एकड़ जमीन
किसान राजेंद्र के पास 32 एकड़ जमीन है, जिसमें से उन्होंने दो एकड़ जमीन खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने के लिए दी है. यदि इस जमीन की बाजार में कीमत क़रीब 2 करोड़ रुपए है. इस नवाचार से उनके परिवार में किसी प्रकार से कोई एतराज नहीं है.
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FIRST PUBLISHED : December 5, 2023, 18:45 IST