दादा थे क्लर्क, पोती उसी विभाग में अब अफसर, पहले प्रयास में ही बनीं BPSC टॉपर

सच्चिदानंद, पटना. BPSC ने 68वीं संयुक्त परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. इस परीक्षा में भी बेटियों ने बाजी मार ली है. टॉप 10 में 6 बेटियां हैं. पटना की रहने वाली प्रियांगी मेहता टॉपर बनी हैं. प्रियांगी रिवेन्यू ऑफिस का पद संभालेंगी. हालांकि, उसका UPSC मेंस क्लियर हो चुका है. फिलहाल इंटरव्यू की तैयारी कर रही हैं. आपको बता दें कि प्रियांगी मेहता पहली बार में ही बीपीएससी टॉपर बनी हैं. प्रियांगी ने बताया कि सफलता के लिए जरूरी है कि पूरी तरह से पढ़ाई पर फोकस करें और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं. साथ ही जितना संभव हो लिखने की प्रैक्टिस करें.

इसी विभाग में दादा थे क्लर्क
पटना के संदलपुर की तंग गलियों में आज मिठाइयां बांटी जा रही है, क्योंकि उस गली में खेलने-कूदने वाली प्रियांगी अब अफसर बन गई हैं. टॉपर होना अपने आप में गर्व की बात है. प्रियांगी के दादा राजेश्वर प्रसाद सिंह रेवेन्यू विभाग में क्लर्क के पद से रिटायर हुए हैं. आज उनकी पोती इसी विभाग में अफसर बनी है. खुशी के इस मौके पर दादा भावुक हो गए.

उन्होंने बताया कि जीवनभर जिस विभाग में अपने ऑफिसर के हर आदेश का पालन करता रहा, आज मेरी पोती भी उसी विभाग में ऑफिसर बनी है. जबकि, पिता ने कहा कि आज बेटी ने पूरे खानदान का नाम रौशन किया है. मां बताती हैं कि मैं कहा करती थी कि थोड़ा आराम कर, लो लेकिन वह पढ़ती और लिखती रहती थी.

स्कूलिंग से देखने लगी थी ऑफिसर बनने का सपना
प्रियांगी के पिता मिथिलेश कुमार इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की रिपेयरिंग शॉप चलाते हैं, जबकि मां अर्चना देवी गृहिणी हैं. प्रियांगी ने सत्यम इंटरनेशनल से 10वीं, अरविंद महिला कॉलेज से 12वीं और फिर बीएचयू से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है. 12वीं में भी स्टेट सेकंड टॉपर रह चुकी है. वह बताती हैं कि स्कूल में ही मैंने यह सोचा था कि मुझे सिविल सर्विसेज में जाना है.

प्रियांगी ने बताया कि लेवल 9 के बाकी पदों के लिए मेरी उम्र नहीं थी. 01 अगस्त 2022 को मेरी उम्र 21 साल 06 महीने की थी. बाकी बचे पोस्ट में से रिवेन्यू ऑफिसर मेरी पहली चॉइस थी. मेरा मानना है कि किसी पोस्ट से इंसान नहीं बनता, बल्कि इंसान से पोस्ट की गरिमा बढ़ती है. मेरी कोशिश रहेगी कि मैं ऐसे कई बदलाव करूं, जिससे यह पोस्ट भी लोगों को पसंद आने लगे.

कैसे हुई तैयारी
प्रियांगी बताती हैं कि वह रोज पढ़ती और खूब लिखती थी. तैयारी करते समय उन्होंने फैक्ट पर ज्यादा फोकस ना करके यह ध्यान रखा की कोई भी संस्था आज की स्थिति में क्या काम कर रही और कैसे काम कर रही है. कहने का मतलब यह हुआ कि ऑब्जेक्टिव की जगह डिस्क्रिप्टिव चीजों पर ज्यादा फोकस करती थी. उन्होंने बताया कि किसी भी टॉपिक को बार-बार लिखने से वह याद हो जाता है. इस कारण लिखने की उनकी स्पीड काफी तेज हो गई. इसी के बदौलत यह रिजल्ट आया.

इंटरव्यू में पूछा गया यह सवाल
पहला सवाल पॉलिटिकल थ्योरी से था. फिर हॉबी के बारे में पूछा गया. उसके बाद भारत और भूटान के रिश्ते कैसे हैं, यह पूछा गया. चीन जिस तरीके से पड़ोसी राज्यों में फैलाव कर रहा है, ऐसे में भारत को क्या करना चाहिए. टूरिज्म में किस तरीके का विकास करना चाहती हैं. पांच संवैधानिक संशोधन के बारे में पूछा गया. महिलाओं के लिए आरक्षण से जुड़ा सवाल भी पूछा गया. 73वें और 74वें संशोधन के बारे में पूछा गया. उन्होंने बताया कि ज्यादातर सवाल पॉलिटिकल साइंस से ही पूछा गया था.

Tags: Bihar News, BPSC, Local18, PATNA NEWS, Success Story

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