हाइलाइट्स
बचपन में कुपोषण, खसरा, निमोनिया और बार-बार बुखार के कारण भी इनामेल की परत कमजोर होती है.
इनामले दांतों की सबसे बाहरी परत है जो दांतों की हर चीज से रक्षा करती है.
How to Keep Your Teeth Strong: दिन में सिर्फ दो बार ब्रश कर लेने से दांतों में क्रिस्टल कट चमक और मजबूती नहीं आएगी. अगर आप विज्ञान की मानें तो इसके लिए कई तरह के जतन करने होंगे. दांतों की मजबूती इस बात पर निर्भर करती है कि आपके दांत की सबसे बाहरी परत यानी इनामेल कितना मजबूत है. इनामेल ही दांतों को रोजाना के वियर एंड टियर और बाहरी हमले से रक्षा करता है. आप क्या खाते हैं, आपको किस तरह की बीमारी है और क्या दवा लेते हैं, इनसे भी इनामेल की परत प्रभावित होती है. यहां तक कि आपका जीन और बचपन का खान-पान और बीमारियां भी दांतों की चमक और मजबूती के लिए जिम्मेदार होती हैं. इसलिए यदि आप चाहते हैं कि बुढ़ापे तक आप अपने ही दांतों से खाना खाएं या दांतों में कोई बीमारी न हो और दांत हमेशा मजबूत रहे, तो इसके लिए कुछ आदतों में बदलाव और दांतों की परेशानियों के कारणों को जानना जरूरी है.
क्यों होते हैं दांत कमजोर
न्यूयॉर्क टाइम्स में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की डेंटिस्ट डॉ. इसाबेल चेस कहती है कि कुछ लोगों के दांतों का इनामेल की परत शुरुआत से ही बहुत कमजोर और पतली होती है. इनामले दांतों की सबसे बाहरी परत है जो दांतों की हर चीज से रक्षा करती है. कुछ मामलों में इसके लिए जीन जिम्मेदार होता है. वहीं पर्यावरणीय कारण भी कम जिम्मेदार नहीं. डॉ. इसाबेल कहती हैं कि हालिया रिसर्च में पाया गया है कि बच्चों में विटामिन डी की कमी और जेशटेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के समय डायबिटीज) इनामेल को पतला कर देता है. वहीं कुछ मामलों में बचपन में कुपोषण, खसरा, निमोनिया और बार-बार बुखार के कारण भी इनामेल की परत कमजोर होती है. यही कमजोर इनामेल वयस्कों को बाद में परेशान करने लगता है.
दांतों की कमजोरी के लिए ये चीजें जिम्मेदार
जिन लोगों का इनामेल कमजोर होता है, उन लोगों के दांत हीट और कोल्ड के प्रति ज्यादा सेंसेटिव होते हैं और ऐसे लोगों में कैविटीज बनने का खतरा ज्यादा रहता है. इन सबके अलावा बचपन में ज्यादा एसिडिक चीजें, फ्रूट जूस, स्पोर्ट्स ड्रिंक, सोडा, स्प्राकलिंग वाटर, विनेगर, अचार आदि को खाने से भी इनामेल की परत उतरती रहती है. वहीं जो चीजें दांतों में चिपक जाएं, वे भी दांतों में इनामले की परत को नुकसान पहुंचाती है. इसके अलावा सलफ्यूरिक और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का एक्सपोजर भी इनामेल को नुकसान पहुंचाता है.
कैसे करें दांतों को मजबूत
डॉ. इसाबेल के मुताबिक जेनेटिक मामलों में दांतों में मजबूती लाना बेहद कठिन काम है. लेकिन अन्य मामलों में दांतों को मजबूत बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से रोजाना दो बार ब्रश करना दांतों की मजबूती के लिए फायदेमंद है लेकिन इसके साथ ही आपको कई अतिरिक्त काम करने होंगे. अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के मुताबिक कैल्शियम और फॉस्फोरस को मिलाकर जो फ्लुराइड तैयार किया जाता है, अगर इस तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाए तो इससे मुंह का स्लाइवा बनता है जो इनामेल को हार्ड और मजबूत बनता है. इसलिए डेंटिस्ट कमजोर दांत वालों को फ्लुराइड वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.
मीठा पेय इनामेल के लिए नुकसानदेह
वहीं जिन चीजों से दांतों में इनामेल की परत कमजोर होती है, (जो उपर बताया गया है) उन चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए. डॉ. चेस कहती हैं कि लंबे समय तक किसी भी तरह का मीठा पेय का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ेंगी. जब भी खाना खाएं, उसके बाद मुंह को पानी से अच्छी तरह साफ करें. वहीं पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं. इससे मुंह में स्लाइवा ज्यादा बनेगा. मुंह में स्लाइवा जितना रहेगा, यह स्लाइवा उतना ही इनामेल की रक्षा करेगा. स्लाइवा इनामेल की परत के लिए रक्षा कवच का काम करता है. इन सबके अलावा नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाएं.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : February 13, 2024, 14:08 IST