दस साल चूड़ी करखाने में किया काम, फिर शुरु किया फर्नीचर का व्यापार

धीर राजपूत/फिरोजाबाद: अगर मेहनत की जाए तो जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं है जिसे हासिल न किया जा सकता हो. मेहनत और समझदारी से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है. ऐसा ही कुछ हुआ है फिरोजाबाद में रहने वाले एक शख्स के साथ. फिरोजाबाद में रहकर एक शख्स ने 10 सालों तक चूड़ी कारखाने में नौकरी की फिर उसके बाद अपना खुद का फर्नीचर का कारोबार शुरू किया. धीरे-धीरे कारोबार आगे बढ़ा और लकड़ी से तैयार होने वाले सोफे पेड़ों की दूर-दूर तक डिमांड होने लगी. शादियों के सीजन में इन सोफों की खूब डिमांड रहती है.

फर्नीचर का काम करने वाले दुकानदार अमित गुप्ता ने बताया कि आज से लगभग 10 साल पहले उन्होंने चूड़ी के कारखाने में ₹6000 महीने में नौकरी की थी लेकिन इतने पैसों से परिवार का गुजारा नहीं हो पता था उसके बाद उन्होंने फर्नीचर का काम शुरू किया. जिसमें उन्होंने सोफे बेड ड्रेसिंग टेबल आदि तैयार करना शुरू किया धीरे-धीरे फर्नीचर का काम चलने लगा और अब उनके यहां एक से बढ़कर एक सोफे ड्रेसिंग टेबल और बेड तैयार होने लगे. वहीं उन्होंने कहा कि शादियों के सीजन में जनपद के अलावा बाहर से भी बेड सोफे तैयार करने के लिए आर्डर मिलते हैं जिनकी कीमत ₹9000 से लेकर 15000 रुपए तक रहती है.

शीशम की लकड़ी से तैयार होते हैं सोफा और बेड
चूड़ी कारखाने की नौकरी छोड़कर फर्नीचर का काम शुरू करने वाले व्यापारी का कहना है कि उसके यहां एकदम शुद्ध क्वालिटी का बेड तैयार किया जाता है. यह बेड शीशम की लकड़ी से तैयार होते हैं,लकड़ी के साथ-साथ अन्य आइटमों का भी इस्तेमाल होता है. यहां के बेड बहुत ही मजबूत और टिकाऊ होते हैं वहीं उन्होंने बताया कि सोफे को भी शीशम की लकड़ी से तैयार किया जाता है. फर्नीचर का सारा आइटम उनके यहां पर ही बनता है जिन्हें लोग दूर तक खरीद कर ले जाते हैं.

Tags: Firozabad News, Local18

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