शिखा श्रेया/रांची.रमजान के महीना का इंतजार लोगों को बेसब्री से है.क्योंकि, यह महीना काफी पाक माना जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार रमजान का पाक महीना इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार नौवां महीना होता है. वैसे तो ईद का चांद सबसे पहले सऊदी अरब में देखा जाता है और वहां आज पहला रोजा रखा जा चुका है पर भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश जैसे देशों में अभी तक चांद का दीदार नहीं हुआ है.
झारखंड की राजधानी रांची मेन रोड स्थित मस्जिद के मौलाना शायद तहजीब उल हसन ने कहा कि ईद का चांद अब कुछ देर में ही रांची में देखा जाएगा. इसके बाद रमजान का पाक महीना शुरू हो जाएगा. सऊदी अरब जैसे देशों में तो आज पहला रोजा रखा गया है.लेकिन चुकी भारत में अभी तक चांद का दीदार नहीं हुआ है.ईद को लेकर मस्जिदों की साफ सफाई और रंगा रोगन का काम भी लगभग पूरा हो चुका है.
इस समय निकलेगा चांद
मौलाना शायद तहजीब उल हसन ने कहा कि ईद का चांद भारतीय समय अनुसार शाम के 7 से 7:30 के बीच निकलने की उम्मीद है.जिस लेकर भाइयों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है. चांद निकलते ही लोग कल से रोजा रखना शुरू कर देंगे. वहीं, शहरी के टाइम की बात करें तो शहरी कल सुबह के 4:30 से और इफ्तार शाम के 6:45 बजे से है.सहरी और इफ्तार में भूलकर भी कोई गलती ना करें. क्योंकि, यह काफी पाक महीना है. कोशिश करे जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी उठकर सहरी कर ले. हालांकि जो 13 साल से छोटे बच्चे हैं या फिर जो शारीरिक रूप से अस्वस्थ है. उन्हें रोजा न रखने की छूट दी जाती है. वे लोग अपना स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
क्यों खास है रमजान का महिना
मुस्लिम मान्यताओं के मुताबिक रमजान का महीना इसलिए इतना पाक माना गया है. क्योंकि, इस महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब को साल 610 में लैलतुल-कद्र के मौके पर इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरआन शरीफ मिली थी. इसलिए रमजान का महीना सबसे पाक माना जाता है. इस पूरे महीने मुस्लिम लोग रोजा यानी उपवास रखते हैं. अपना ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं. मुसलमान अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए इस महीने के आखिर में ईद-उल-फितर मनाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 11, 2024, 18:43 IST
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