थाने में पिता के सामने नाबालिग बेटी के उतरवाए कपड़े, छेड़छाड़ करने वाले के सामने खींचे फोटो

Minor Girls Undressed in Front of Father in Police Station: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में छेड़छाड़ और मारपीट की नाबालिग पीड़िता के साथ जांच के नाम पर पुलिस वालों ने शर्मसार कर देने वाली हरकत कर दी है। आरोप है कि थाने में एक महिला सिपाही ने आरोपी के सामने ही नाबालिग के कपड़े उतरवाए और फोटो खींचे। इस घटना का नाबालिग के दिमाग पर ऐसा बुरा प्रभाव पड़ा है कि उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नाबालिग को लगातार दौरे पड़ रहे हैं। उधर मामले की जानकारी होने पर कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं।

रास्ते में छेड़छाड़ करता था आरोपी

जानकारी के मुताबिक मामला कानपुर के साढ़ थाना क्षेत्र का है। यहां 16 वर्षीय किशोरी 10वीं की छात्रा है। किशोरी के पिता का कहना है कि गांव का रहने वाला एक आरोपी युवक बेटी को परेशान करता है। स्कूल से आते-जाते उसके साथ छेड़छाड़ करता है। पिता ने बताया कि आरोपी ने बेटी के फोटो को एडिट करके उन्हें अश्लील बना दिया फिर वायरल कर दिया।

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पिता ने दर्ज कराया था केस

आरोप है कि तीन सितंबर को आरोपी ने नाबालिग बेटी को रास्ते में घेर लिया। उसका फोन छीन लिया और मारपीट की। बेटी ने घर आकर जब मामले की जानकारी परिवार वालों को दी तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने साढ़ थाने में जाकर आरोपी के खिलाफ पोक्सो समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया। आरोपी गिरफ्तार हो गया। पिता का कहना है कि पुलिस ने जांच के लिए बेटी को थाने में बुलाया।

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अस्पताल में भर्ती है किशोरी, पड़ रहे हैं दौरे

थाने में एक महिला सिपाही ने जांच के नाम पर आरोपी के ही सामने बेटी के कपड़े उतरवाए और उसके फोटो खींचे। यह देख बेटी बुरी तरह से डर गई। डर इस कदर उसके दिल में बैठ गया कि उसको दौरे पड़ने लगे। पिता ने आनन-फानन में किशोरी को कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने बताया कि सदमे के कारण किशोरी की तबीयत खराब है।

कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश

उधर, मामले की जानकारी होने पर कानपुर पुलिस कमिश्नर ने एडीसीपी दक्षिण और घाटनपुर के एसीपी को जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में आरोपी सही पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। उधर, कानून के जानकारों का मानना है कि सुप्रीमकोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार, किसी भी नाबालिग को थाने में बुलाया नहीं जा सकता है। साथ ही वर्दी में उसके साथ पूछताछ भी नहीं की जा सकती हैं।

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