तेजस्वी पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा तो क्या करेंगे राज्यपाल?समझें पूरी गणित

पटना. बिहार में बीते 2 दिनों से चल रहे सियासी तूफान के बीच कई तरह की चर्चाओं का दौर जारी है. प्रदेश में हर पल राजनीति बदल-बदल रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने की चर्चा के बीच तेजस्वी यादव के भी दावे पर बात शुरू हो गयी है. सूत्रों के अनुसार बिहार के सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते आरजेडी भी राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. सूत्र बताते हैं कि इस बार नीतीश कुमार के पाला बदलने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आक्रामक रूप से जवाब देने की तैयारी में लगे हैं. फिलहाल राबड़ी आवास पर लालू और तेजस्वी यादव आरजेडी नेताओं के साथ बड़ी बैठक कर रहे हैं.

जानकारी के अनुसार राबड़ी आवास पर आरजेडी नेताओं के साथ बैठक के बाद अगली रणनीति तैयार होते ही तेजस्वी यादव भी राज्यपाल से मिलकर बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. बता दें, अगर नीतीश कुमार इस्तीफा देते हैं तो उनकी पार्टी जेडीयू बिहार में तीसरे नंबर पर है. ऐसे में सरकार बनाने के दावे के बीच तेजस्वी को प्राथमिकता दी जा सकती है. हालांकि संख्या बल के हिसाब तेजस्वी यादव के सामने बहुत साबित करना उनकी बड़ी चुनौती होगी. अब ऐसे में राज्यपाल राजेंद्र राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर पर लोगों की नजरें टिकी होंगी कि वह बिहार में सरकार बनाने का मौका पहले किसे देते हैं.

तेजस्वी पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा तो क्या करेंगे राज्यपाल? जानें सीटों का गणित, राजभवन पर टिकी निगाहें

अभी आसान नहीं नीतीश कुमार की राह!

बता दें, बिहार में सरकार बनाने का मुकाबला 50-50 का है. भले ही ऐसा लग रहा हो कि नीतीश कुमार भाजपा संग मिलकर आसानी से बिहार में एडीए की सरकार बना लेंगे. लेकिन, नंबर गेम में ऐसा होता आसान भी नहीं दिख रहा है. क्योंकि तेजस्वी यादव अगर जोड़-तोड़ की राजनीति करते हैं तो बिहार में मामला फंस जाएगा और पाला किसी भी ओर बदल सकता है. सीटों के लिहाज से राजद अब भी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में तेजस्वी यादव और लालू यादव अगर मांझी या जेडीयू को विधायकों को तोड़ने में सफल होते हैं तो सरकार बनाने का मौका उनके पास भी आ सकता है.

समझें बिहार में सीटों का समीकरण

बिहार में राजनीतिक दलों की ताकत को समझने के लिए सीटों का अंकगणित समझना बहुत जरूरी है. फिलहाल, बिहार में राजद के पास 79 सीटें हैं. कांग्रेस की 19, सीपीआई (एमएल) की 12, सीपीआई (एम) की 2 सीटों को मिलाकर राजद गठबंधन में सीटों का आंकड़ा 112 पहुंचता है. जबकि बिहार में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है. अब अगर राजद जीतन राम मांझी की पार्टी हम के 4 विधायकों, एआईएमआईएम के 1 विधायक और 1 निर्दलीय विधायक को अपने पाले में लाने में सफल हो जाती है तो फिर राजद गठबंधन के पास कुल 118 सीटें हो जाती हैं. ऐसे में उसे बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए 4 और विधायकों की जरूरत है. अगर तेजस्वी किसी तरह जदयू के 4 विधायकों को तोड़ने में सफल हो जाते हैं तो फिर बिहार में कुछ और ही खेल हो सकता है. अब ऐसे ही सभी की नजरें राज्यपाल पर टिकी हैं.

Tags: Bihar News, Nitish kumar, PATNA NEWS, Tejashwi Yadav

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *