शुभम मरमट/ उज्जैन. हरतालिका तीज हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह तीज 18 सितंबर को मनाई जाएगी. जो माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना का पर्व है. इस दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु और उनके वैभव और यश के लिए भगवान शिव की आराधना करती हैं और दिन भर निर्जला रहकर उनसे मंगल कामनाएं करती हैं.
सोमवार को हरतालिका तीज पर्व है, तड़के से ही पुराने शहर में स्थित सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर पर व्रत रखने वाली महिलाओं की भीड़ रहेगी. हालांकि मंदिर के पट रविवार रात 12 बजे ही खुल गए जाएंगे, 84 महादेव मंदिर में 61 वें नंबर पर सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर में हरतालिका तीज पूजन पर विशेष महत्व होता है. यही कारण है कि यहां बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंचती है.
बालू के पत्थर से निर्मित है शिवलिंग
शहर के मध्य स्थित पटनी बाजार में 84 महादेव मंदिरों में 61 नंबर के सौभाग्यश्वर महादेव का मंदिर है. मंदिर के पुजारी उमेश पांडे के अनुसार मंदिर में स्थित शिवलिंग बालू रेती के पत्थर का है. यही कारण है कि हरतालिका तीज पर बालू के शिवलिंग के दर्शन पूजन के लिए महिलाएं यहां पहुंचती है. मान्यता है कि यहां पूजन करने से भगवान शिव सौभाग्य का वरदान देते हैं. व्रत करने वाली महिलाएं दिनभर निराहार रहकर भगवान शिव पार्वती की आराधना करती है. रात में जागरण कर भजन कीर्तन किए जाते हैं. अगले दिन सुबह शिप्रा नदी सहित आसपास के सरोवर में पूजन कर व्रत का समापन किया जाता है.
यहां 4 बार पूजा का भी महत्व है
हरतालिका तीज पर सौभाग्यश्वर महादेव यहां पर ऐसा मानते है की मंदिर मे चार बार पूजन अर्चन व आरती होती है,रात से ही सुरक्षा के इंतज़ाम कों देख कर पुलिस बल भी लगाया जाता है, मंदिर के दर्शन व पूजन करने लाखों की संख्या मे श्रद्धालु आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 17, 2023, 11:50 IST