ताजमहल देखने आए थे बुजुर्ग, अचानक आया हर्ट अटैक, बेटे ने CPR देकर बचाई जान

नई दिल्ली: ताज महल में एक पर्यटक को उसके बेटे द्वारा सीपीआर (CPR), यानी कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन दिए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. अपने परिवार के साथ ताज महल देखने आए एक बुजुर्ग व्यक्ति की अचानक तबियत बिगड़ गई. वीडियो में देखा जा सकता है कि वह जमीन पर पड़े हुए हैं. इसके बाद उनका बेटा तुरंत उन्हें CPR देता है और उनकी जान बच जाती है.

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार थोड़ी देर बाद उनके पिता को होश आया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इस घटना का वीडियो कई लोगों ने अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया. घटना के वीडियो अब वायरल हो गए हैं. यह वीडियो इस तरह के हालात में बेसिक फर्स्ट एड का महत्व पर प्रकाश डालता है.

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मालूम हो कि हाल ही में मध्य प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने सीपीआर कर एक सांप की जान बचाई. घटना मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम की थी. वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी को सांप के मुंह में हवा भरते हुए दिखाया गया. उनके प्रयास सफल रहे क्योंकि सांप जल्द ही होश में आ गया.

क्या है CPR?
आपातकालीन स्थिति में, यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से सांस नहीं ले रहा है या उसका हृदय रुक गया है, तो सीपीआर दिया जाता है. जब तक विशेष देखभाल उपलब्ध न हो, सीपीआर रक्त संचार को बनाए रखने में मदद करता है और शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है.

CPR कैसे दें?
CPR देने के लिए पीड़ित व्यक्ति को उसकी पीठ के बल किसी सुरक्षित स्थान पर लिटाएं और उसकी ठुड्डी को ऊपर उठाते हुए उसके सिर को थोड़ा पीछे झुकाएं. उसका मुंह खोलें और भोजन या उल्टी जैसी रुकावट की जांच करें. यदि कोई रुकावट हो तो उसे सावधानीपूर्वक हटा दें. अपना कान उस व्यक्ति के मुंह के पास रखें और 10 सेकंड तक सुनें. यदि आपको सांस लेने की आवाज सुनाई नहीं देती है, या कभी-कभी हांफने की आवाज सुनाई देती है तो सीपीआर शुरू करें.

अपने एक हाथ को दूसरे के ऊपर रखें और उन्हें एक साथ पकड़ लें. हथेलियों से कोहनियां सीधी रखकर छाती के बीच में निपल्स से थोड़ा नीचे, कम से कम 2 इंच गहराई वाले जोर से और तेजी से धक्के दें.

यदि यह स्पष्ट हो कि उसका मुंह साफ है, तो उनके सिर को थोड़ा पीछे झुकाएं और उसकी ठुड्डी को ऊपर उठाएं. उसकी नाक को उंगलियों से बंद करें और अपना मुंह उसके मुंह पर चिपकाएं और फूंक मारें. यदि उसकी छाती पहली सांस में ऊपर नहीं उठती है, तो उसके सिर को फिर से ठीक से झुकाएं. यदि उसकी छाती दूसरी सांस के साथ भी ऊपर नहीं उठती है, तो संभव है व्यक्ति का दम घुट गया हो.

प्रत्येक सांस लगभग एक सेकंड तक चलनी चाहिए और छाती को ऊपर उठाना चाहिए, अगली सांस देने से पहले हवा को बाहर निकलने दें. एक मिनट में कम से कम 100 या 120 बार छाती को दबाएं. इसके बीच छाती को सामान्य स्थिति में वापस आने दें. छाती को 30 बार दबाने और दो बचाव सांसों के साइकल को तब तक दोहराएं जब तक कि व्यक्ति सांस लेना शुरू न कर दे या मदद न आ जाए. बता दें कि यदि किसी के दिल की धड़कन बंद होने के तुरंत बाद सीपीआर किया जाए तो उसकी जान बचने की संभावना दोगुनी या तिगुनी हो सकती है.

Tags: Heart attack, Taj mahal, Uttarpradesh news



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