राजाराम मंडल/मधुबनी: एवरग्रीन फिल्म शोले में आपने बसंती को धन्नो की सवारी यानी तांगा चलाते हुए देखा होगा. आज हम भी आपको आम आदमी की गाड़ी यानी तांगा की सवारी कराने जा रहे हैं. जी हां! अगर आप मधुबनी जिले के जयनगर से नेपाल में प्रवेश करने जा रहे हैं, तो जयनगर के रेलवे तांगा स्टैंड पहुंच जाएं. यहां से आपको नेपाल के मरर बस स्टैंड के लिए तांगा तैयार मिलेगा. आराम से इस पर बैठें और घोड़े के टाप की खट-खट की आवाज को सुनते हुए खेतों की हरियाली और मिथिलांचल के ग्रामीण जीवन को निहारते, हिचलोल खाते हुए आगे बढ़ते रहिए.
कुछ ही लोग चलाते हैं तांगा
एक समय था जब यातायात के दूसरे साधन नहीं या फिर कम हुआ करते थे. खासतौर से ग्रामीण इलाके में यातायात का प्रमुख साधन तांगा ही हुआ करता था. तांगे का सफर लोगों की पहली पसन्द हुआ करता था. लोग कम खर्च में शाही सवारी के साथ तांगे से सुहाना सफर करते थे. अब ऑटो और ई-रिक्शा के जमाने में तांगे मुश्किल ही देखने को मिलते हैं. लेकिन, मधुबनी के जयनगर में आज भी तांगे चल रहे हैं. जिसको देखना और सवारी करना सच में अनोखा अनुभव होता है. समय के साथ-साथ सड़क पर तांगा चलना बंद होते जा रहा है. हालांकि, महंगाई के इस दौर में घोड़ा पालने का खर्च बढ़ने के बाबजूद आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो अपना पुश्तैनी काम कर रहे हैं.
मात्र 40 रुपए है भाड़ा
वैसे तांगे का सफर बड़ा ही खूबसूरत होता है. जयनगर रेलवे तांगा स्टैंड से आप नेपाल के मरर बस स्टैंड तक तांगा से जा सकते हैं. इसका चार्ज मात्र 40 रुपए है. अगर आप नेपाल के मरर बस स्टैंड से भारत में आना चाहते हैं तो उसका चार्ज भी 40 रुपए लगेगा. वैसे अगर देखा जाए तो आपने देखा होगा कि लोग एंटरटेनमेंट के हिसाब से तांगे पर बैठ कर घूमते हैं और मात्र 100 से 200 मीटर का 150 रुपए तक चार्ज लिया जाता है. लेकिन, अगर आपको तांगे से नेपाल और भारत की यात्रा करनी है तो एक बार मधुबनी के जयनगर जरूर आएं.
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 12:36 IST