शशिकांत ओझा/पलामू. इन दिनों मूर्तियां बनाने को लेकर लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है. पूर्वजों की याद में उनके तस्वीर के स्थान पर मूर्ति लगाना ज्यादा पसंद करते हैं. वहीं मंदिर चौक-चौराहों पर भी मूर्ति लगाई जाती है. पलामू जिले में एक ऐसा दुकान है जहां काला पत्थर और मकराना पत्थर की मूर्तियां बनाई जाती है. पलामू जिले के सिंगरा में स्थित श्री राम जयपुर मूर्ति कला केंद्र में सिर्फ एक तस्वीर देखकर हुबहू तस्वीर जैसी एक मूर्ति बना दी जाती है. इस दुकान में कलाकार अपने कई वर्षों के मेहनत और अनुभव को कला रूप में दिखाते हैं. यहां ऑर्डर देने आए हुए लोग पूरी तरह संतुष्ट होकर जाते है.
मूर्तिकार केसरिया चौधरी ने लोकल 18 को बताया की 2 इंच से लेकर 40 से 50 फिट तक की मूर्ति ऑर्डर के हिसाब से बनाया जाता है. उन्होंने बताया की मूर्ति बनाने में दर्जन भर मूर्तिकार और कलाकार घंटों मेहनत करते है. एक मूर्ति को कंपलीट होने में 10 से 12 दिन लग जाते है. एक मूर्ति पर अमूमन 4 से 5 कलाकार काम करते हैं. पत्थर की मूर्ति बनाने में बड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है. कई बार आकर देने के दौरान कमजोर होने के वजह से पत्थर टूट जाते है. जिससे मूर्ति बनाने में दोगुना मेहनत भी पड़ जाता है. हालंकि कलाकार बड़ी सावधानी से मूर्ति को उसका रूप देते है जिससे हुबहू मूर्ति लोगों को मिलता है.
200 रुपये से लाखों तक होती है कीमत
मूर्ति कला केंद्र के मालिक केसरिया बताते हैं कि उनके पास 200 से लेकर लाखों रुपये तक की मूर्तियों का निर्माण होता है. कई लोग परिजनों की आदमकद प्रतिमा भी बनवाने पहुंचते हैं. फोटो से मूर्ति बनाने का काम 15000 से लेकर 5 लाख से ऊपर तक ऑर्डर के हिसाब मूर्ति बनाया जाता है. काला और मकराना पत्थर से मूर्ति बनाया जाता है. फोटो से मूर्ति बनाने का साइज 1.6 फिट से लेकर 5 फिट तक बनाया जाता है. हमारे यहां 40 से 50 फिट तक की प्रतिमा भी बनाई जाती है. वहीं 3 इंच से लेकर 8 इंच के भगवान की प्रतिमा 200 से 800 रुपए तक दिए जाते है. मंदिर में मूर्ति लगाने के लिए लोग 1.5 से 4 फिट तक ले जाते है. जो की 10,000 से 50,000 रुपए तक दी जाती है. शिवलिंग 200 से 2 लाख रुपए तक बनाया जाता है. उन्होंने बताया की अन्य दर मूर्ति के आकार और मेहनत के हिसाब से दाम तय किए जाते है.
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FIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 17:54 IST