तस्वीरों के माध्यम से यहां सुरक्षित है इंदौर का इतिहास, जानें कब हुआ था निर्माण

मेघा उपाध्याय/इंदौर. मां अहिल्या की नगरी इंदौर का इतिहास बेहद ही गौरवशाली और भारतीय इतिहास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. सदियों से यहां होलकर साम्राज्य का राज था और प्रजा भी इस राज में बहुत खुश थी. आज भी शहर के लोगों की माता अहिल्या देवी होलकर में अटूट आस्था जुड़ी है और वह उन्हें भगवान का ही एक रूप मानते हैं. अपने समय में उन्होंने कई ऐसे निर्माण करवाएं जिनकी निशानियां आज भी हमारे बीच मौजूद है. उन्ही में से एक है मार्तंड शिवालय. वैसे तो यह शिव मंदिर है लेकिन इसकी पहली मंजिल पर महारानी उषा देवी ने फोटो गैलरी का निर्माण करवाया है. इस गैलरी में इंदौर के हर एक ऐतिहासिक पलो की तस्वीरें हैं. यह राजवाड़ा के करीब स्थित है और इसकी देखरेख होलकर ट्रस्ट द्वारा की जाती है.

इस फोटो गैलरी में एक कमरा ऐसा है जहां शहर में पहली बार जब वाटर सप्लाई के लिए अलग-अलग जगह पाइपलाइन बनवाई गई थी उसकी तस्वीर भी शामिल है. हालांकि उस समय की सब तस्वीर ब्लैक एंड व्हाइट है लेकिन फिर भी इनमे सब कुछ साफ और स्पष्ट दिखाई देता है.इसके अलावा वर्ल्ड वॉर 1 और 2 में दिए गए इंदौर के योगदान को भी तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया है. साथ ही इंदौर से खंडवा को लिंक करने के लिए बनाए गए रेलवे ब्रिज की पुरानी तस्वीर भी मौजूद है.

तस्वीरों के माध्यम से होलकर राजवंश का इतिहास
जिस समय पर ब्रिटिश शासन हुआ करता था तब भी इंदौर के लोगों ने अपने राजा सहित डटकर उनका सामना किया जिनकी जीती जागती मिसाल है यहां की तस्वीर , जिनमे हर एक आंदोलन के बारे में दिखाया गया है. साथ ही इन तस्वीरों के जरिए होलकर राजवंश के सभी राजाओं के बारे में जानकारी देने की कोशिश की गई है. जिन्हें पढ़कर होलकर वंश को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है.

अहिल्याबाई की डोली आज भी है सुरक्षित
बता दें इस गैलरी में कुछ एंटीक सामान को भी सजा कर रखा गया है .जिसमें अहिल्याबाई द्वारा इस्तेमाल की गई डोली सबसे खास है. जब भी महारानी अहिल्या कहीं आया जाया करती थी तो इसी डोली में सफर करती थी. इसके अंदर आज भी जरी का वर्क किए हुए तकिया और चटाई बिछी हुई है. इसके अलावा यहां महेश्वरी साड़ी के इतिहास और उसके बनने के तरीके को भी बखूबी समझाया गया है जो इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के देखने लायक है.

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FIRST PUBLISHED : September 10, 2023, 17:04 IST

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