ड्रैगन फ्रूट की खेती है बेहतर विकल्प, औषधीय गुणों से है भरपूर

दिलीप चौबे/कैमूर : कुछ किसान ऐसे हैं जो खेती कर अपनी ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं. ऐसे किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब ऐसे किसानों के लिए अब ड्रैगन फ्रूट्स की खेती वरदान साबित हो रही हैं. ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से किसान एक एकड़ से सालाना 6 लाख तक की कमाई कर सकते हैं. छोटे व सीमित जमीन वाले किसान ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

यह बंजर जमीन पर भी आसानी से की जा सकती है. इस खेती में ना तो आवारा पशुओं से कोई नुकसान होता है और कम पानी खर्च कर इस फसल को उगाया जा सकता हैं. कैमूर जिला अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड स्थित जलदहा गांव के किसान हरिहर सिंह पिछले 4 वर्षो से ड्रैगन फ़्रूट की खेती कर रहे हैं. यह एक ऐसा फसल है एक बार लगाने के बाद 25 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं.

पौधा लगाने के 16 महीने बाद से फल आना होता है शुरू

किसान हरिहर सिंह ने बताया कि आसान देखभाल के साथ इससे अच्छी आमदनी की जा सकती है. प्रत्येक वर्ष इसका पौधा बढ़ता है और फसल भी अधिक देता है. कम पानी खर्च कर इस फसल को उगाया जाता है. कटीला होने की वजह से आवारा पशुओं से भी इस फसल को कोई नुकसान नहीं होता.

उन्होंने बताया कि इस फल का पौधा 4 से 5 फीट की दूरी पर लगाया जाता है. एक पौधे पर 1000 से 1200 तक का खर्च आता है. इस पौधे के समीप एक खंबा या एक बांस की बल्ली लगाना होता है. जिसके सहारे से यह पेड़ ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू करता है. इस पेड़ में कोई भी बीमारी भी नहीं लगता है और लगभग 16 महीने बाद यह फल देना प्रारंभ करता है.

किसान हरिहर सिंह चार वर्ष से कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती

किसान हरिहर सिंह ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट्स की खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं. ड्रैगन फ्रूट्स की मार्केट में काफी अच्छी डिमांड है और यह 500 रुपए किलो तक बिकता है. यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है. वायरल बुखारों में यह रामबाण का काम करता है.

4 वर्ष से लगातार ड्रेगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. अभी 3 क्विंटल प्रत्येक वर्ष पैदावार होता है. जबकि 500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से यह फल बिक जाता है. वहीं 25 डिसमिल जमीन में कुल 146 पोल ड्रेगन फ्रूट लगाकर 5 से 6 लाख रुपए वार्षिक कमाई का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि पहले वर्ष 45 हजार की कमाई हुई थी. इसकी बिक्री के लिए बाजार नहीं जाना पड़ता है. व्यापारी पिकअप लेकर खुद से आते हैं और खरीदकर बाजार में ले जाकर बेचते हैं.

Tags: Bihar News, Kaimur, Local18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *