ड्रैगन ने फिर शुरू किया खेल, एक फैसला और हो गया सबकुछ खत्म, चीन को हुआ भारी नुकसान

बीजिंग. चीन ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र को दोबारा से बड़ा करने जा रहा है. चीन ऐसा मजबूरी में कर रहा है, क्योंकि गेमिंग क्षेत्र के खिलाफ लिए गए कई फैसले के कारण चीन की अर्थव्यवस्था डूब रही है. देश ने 105 ऑनलाइन गेम्स को मंजूरी भी दे दी है. वीडियो गेम निर्माताओं के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज होने के बाद यह फैसला लिया गया.

अगर चीन गेमिंग क्षेत्र को बढ़ावा नहीं देगा तो इसकी अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा. चीन का तकनीकी विकास जितना तेज है, उतना ही खतरनाक भी. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की नई जेनेरेशन पर तकनीक हावी होता जा रही है. चीन इस बात को लेकर चिंतित भी है, लेकिन अर्थव्यवस्था को संभाले रखने के लिए वह ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर है.

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने हाल के वर्षों में ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र के खिलाफ कई कदम उठाए. 2021 में चीन ने वीडियो गेमिंग की लत के बारे में कुछ नियम बनाए, जिसमें बच्चों द्वारा गेम पर बिताए जाने वाले समय को सप्ताह में केवल तीन घंटे तक सीमित कर दिया गया. नए वीडियो गेम की मंजूरी लगभग 8 महीने के लिए निलंबित कर दी गई थी, लेकिन अप्रैल 2022 में इसे फिर से शुरू कर दी गई क्योंकि पूरी टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है.

ड्रैगन ने फिर शुरू किया गेम, एक फैसला और हो गया सबकुछ खत्म, चीन को हुआ भारी नुकसान

अब चीन अपने गेमिंग क्षेत्र के द्वार को वापस खोल रहा है. देश ने 105 ऑनलाइन गेम्स को मंजूरी भी दी है. नेशनल प्रेस एंड पब्लिकेशन एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि चाइना म्यूजिक एंड डिजिटल एसोसिएशन की गेम वर्किंग कमेटी ने ऑनलाइन गेम उद्योग की समृद्धि को सकारात्मक बताया. खेलों की सूची में Tencent का “काउंटर वॉर: फ्यूचर” और NetEase का “फायरफ्लाई असॉल्ट” शामिल हैं. ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध के कारण टेनसेंट और नेटएज़ जैसे वीडियो गेम निर्माताओं के शेयर की कीमतें गिर गईं, जिससे दसियों अरबों डॉलर का नुकसान हुआ और चीनी बेंचमार्क नीचे गिर गए.

Tags: China, Economic crisis, Online game

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