डिलीवरी डेट आ गई नजदीक? शुरू कर दें 5 जरूरी काम, लेवर पेन से मिलेगी राहत

हाइलाइट्स

डिलीवरी डेट जितनी करीब आती है, स्वास्थ्य उतना ही कमजोर पड़ने लगता है.
पेट में पल रहे बच्चे को हेल्दी रखने के लिए प्रेग्नेंसी में सेहत का ध्यान रखना जरूरी.
मेडिटेशन और हल्की एक्सरसाइज करने से डिलीवरी पेन से राहत मिलती है.

Pregnancy care third trimester: हर महिला के लिए प्रेग्नेंसी सबसे सुखद अहसास होता है. क्योंकि इस पल का उन्हें लंबे समय से इंतजार होता है. परिवार में आने वाले नन्हें सदस्य के स्वागत के लिए घर के अन्य सदस्य भी बहुत उत्साहित होते हैं. लेकिन इस पल की जितनी खुशी होती है उतना ही खुद का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी होता है. दरअसल, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का स्वास्थ्य बेहद नाजुक हो जाता है और बहुत जल्दी उनकी सेहत बिगड़ जाती है. इसलिए एक्सपर्ट, गर्भवती महिलाओं को अपने खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं.

बता दें कि, डिलीवरी डेट जितनी करीब आती है, महिला का स्वास्थ्य उतना ही कमजोर पड़ जाता है. इसलिए जरूरी है अपनी सेहत का ध्यान रखें, ताकि पेट में पल रहा बच्चा हेल्दी रहे. ऐसे में यदि आपकी भी डिलीवरी डेट करीब आ गई है, तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है. इस समय कुछ ऐसे काम हैं, जिनको करने से डिलीवरी पेन से तो राहत मिलेगी ही, साथ ही मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहते हैं. आइए संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल दिल्ली की गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. ज्योत्सना देवी से जानते हैं प्रेग्नेंसी के समय किन कामों को करना फायदेमंद होता है.

प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही के 5 काम, डिलीवरी को बना देंगे आसान

मेडिटेशन (Meditation): प्रेग्नेंसी के दौरान खुद का अच्छे से ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. खासतौर पर तीसरी तिमाही में. क्योंकि इस दौरान उनका शरीर बेहद नाजुक स्थिति में होता है. इस स्थिति में गर्भवती महिलाओं को अपने शरीर को शांत रखने का प्रयास करना चाहिए. शरीर को शांत रखने के लिए मन को शांत करें और नियमित सुबह-शाम मेडिटेशन भी कर सकती हैं. मेडिटेशन करने से कई और बड़ी परेशानियां दूर होती हैं.

हल्की एक्सरसाइज (Exercise): गर्भावस्था में एक्सपर्ट हल्की एक्सरसाइज करनी की सलाह देते हैं. हालांकि एक्सरसाइज के दौरान तिमाही का जरूर ध्यान रखें. कोशिश करें कि व्यायाम करते समय अधिक मेहनत करने से बचें. नियमित हल्की एक्सरसाइज करने से आपको डिलीवरी के वक्त होने वाली परेशानियों से राहत मिल सकती है.

पोछा लगाएं (Mopping): एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रेग्नेंसी के अंतिम या 9वें महीने में महिलाओं को पोछा लगाना सही भी रहता है. क्योंकि तीसरी तिमाही में पोछा लगाने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जो प्रेगनेंसी का वजन संभालने के लिए जरूरी होती हैं. हालांकि, पहली और दूसरी तिमाही में पोछा लगाने से बचना चाहिए.

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हेल्दी डाइट (Healthy Diet): किसी गर्भवती महिला को सही डाइट आपके लिए बहुत जरूरी होता है. क्योंकि इस समय की डाइट का असर आपके बच्चे पर पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि ऐसा खाना खाएं, जो आपके और बच्चे दोनों के लिए उचित हो. इसके लिए आप चाहें तो अच्छे डाइटिशियन से संपर्क कर सकते हैं.

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तनाव से बचें (Mental Health): प्रेग्नेंसी में अच्छी डाइट लेने के साथ ही मानसिक तनाव लेने से भी बचना चाहिए. दरअसल, कई महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान मानसिक तनाव बढ़ जाता है, जोकि दिनों में होने वाले हार्मोन में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है. ऐसे में कोशिश करें कि तनाव से बचें, ताकि इसका असर बच्चे की सेहत पर ना पड़े. यदि आप इस तरह की परेशानी महसूस कर रही हैं तो मानसिक रोगों के विशेषज्ञों से सलाह लेनी चाहिए.

Tags: Female delivery, Health, Lifestyle

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