गोपालगंज. बिहार सरकार अस्पतालों को कायाकल्प योजना से लगातार सुधार लाने के दावे कर रही है. मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने का भी दम भरा जा रहा है. लेकिन, अस्पताल प्रशासन की लापरवाहियां इन दावों को आईना दिखा रहीं हैं. ऐसी ही एक तस्वीर गोपालगंज से सामने आई है जहां दो दिनों से मरीजों के बीच चार लाशें रखी हुई हैं.
मामला गोपालगंज के मॉडल सदर अस्पताल का है, जहां पिछले 48 घंटे से मरीजों के बीच लाशें रखी गई है. एक-दो नहीं, बल्कि चार-चार लोगों के शव इमरजेंसी वार्ड में लावारिश हालात में रखे गए हैं. इनमें दो महिला और दो पुरुष के शव हैं. इन शवों को लावारिश कुत्ते और चूहे नुकसान पहुंचा रहे हैं.
मरीजों का कहना है कि दो दिनों से पड़े शव से लगातार बदबू आ रही है और इस वजह से इलाज करा पाना मुश्किल हो रहा है. संक्रमण फैलने का खतरा भी मरीज और उनके परिजनों पर बना है. लापरवाही की तस्वीर सामने आने के बाद डॉक्टर से लेकर कर्मियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया है.
वहीं, अस्पताल प्रशासन ने इसपर कुछ भी बोलने से पल्ला झाड़ लिया है. बता दें कि गोपालगंज का सदर अस्पताल मॉडल अस्पताल है ये जिला डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का गृह जिला है. बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन किए लापरवाहियां मरीजों पर भारी पड़ रहीं हैं. मरीज अस्पताल से बाहर निकलकर अस्पताल प्रशासन को कोस रहे हैं.
इस बीच विपक्ष ने सवाल उठाया है. हिन्दुतानी अवाम मोर्चा (हम) पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा ने अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताते हुए सरकार से जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम के गृह जिले के अस्पताल में ऐसी व्यवस्था है, तो बिहार के अन्य अस्पतालों का हाल क्या होगा.
इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद से बात की गयी तो उन्होंने जांच कराने की बात कही और शवों को पुलिस को सौंपने की बात कही. वहीं, जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 27, 2023, 09:27 IST