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- Dabur India Limited Becomes 1st Indian FMCG Company To Complete Cloud Migration
मुंबई3 घंटे पहले
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डाबर इंडिया लिमिटेड क्लाउड माइग्रेशन पूरा करने वाली पहली भारतीय फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स यानी FMCG कंपनी बन गई है। इस कदम का मकसद बिजनेस में डाबर की रेजिलेंस को बढ़ाना और उसके IT ऑपरेशन पर कंट्रोल को मजबूत करना है।
इस बदलाव से कंज्यूमर्स के लिए सर्विसेज बेहतर होने की उम्मीद
कंपनी के इस बदलाव से रिटेलर्स, पार्टनर्स, कर्मचारियों और कंज्यूमर्स के लिए सर्विसेज बेहतर होने की उम्मीद है। क्लाउड-ओनली मॉडल को अपनाकर डाबर अपने सभी ऑपरेशन में 360-डिग्री निगरानी सुनिश्चित कर सकेगा, जिससे एफिशिएंसी और पारदर्शिता बढ़ने की उम्मीद है।
डाबर के ग्लोबल चीफ इंफॉर्मेशन कौस्तुभ डबराल ने क्या कहा?
डाबर इंडिया लिमिटेड के ग्लोबल चीफ इंफॉर्मेशन कौस्तुभ डबराल ने कहा, ‘क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इसकी मजबूत डेटा फाउंडेशन की मदद से डाबर को एक इंटेलिजेंट, सस्टेनेबल एंटरप्राइज में बदल दिया जाएगा।’
डबराल ने कहा, ‘इसमें नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को तेजी से इनोवेट करने और बेहतर कस्टमर एक्सपीरियंस प्रदान करने की क्षमता होगी। इस कदम से डाबर को कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाने और 2045 तक नेट जीरो हासिल करने में भी मदद मिलेगी।’

सोमवार को डाबर का शेयर 1.12% गिरकर 541 रुपए पर बंद हुआ।
SAP-माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से 10 महीनों में पूरा किया क्लाउड माइग्रेशन
डिजिटल कोर की स्थापना डाबर को रियल टाइम पर डेटा इनसाइट्स हासिल करने में सक्षम बनाती है। SAP और माइक्रोसॉफ्ट जैसे इंडस्ट्री लीडर्स के सहयोग से क्लाउड माइग्रेशन 10 महीनों में पूरा किया गया।
इसमें एक्सेंचर ने इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर की भूमिका निभाई, जबकि थौसेंट्रिक ने जोरिएंट के तहत प्रोग्राम मैनेजमेंट और गवर्नेंस का निरीक्षण किया। एज्योर पसंदीदा प्राइमरी क्लाउड प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा।
AI जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाली पहली बड़ी भारतीय कंपनी
डाबर ने अपने सभी कंप्यूटर प्रोग्रामों को अपने डेटा सेंटर से माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और SAP राइज जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर कर दिया है। नॉन-SAP प्रोग्राम एज्योर पर हैं, और SAP वाले राइज पर हैं।
इस बदलाव के साथ डाबर अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए ओपन AI जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाली पहली बड़ी भारतीय कंज्यूमर कंपनी है। SAP के साथ राइज का यह कदम डाबर को बेहतर रिजल्ट प्राप्त करने के लिए बिजनेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का एक पूरा सेट प्रदान करता है।
पहली तिमाही में डाबर का रेवेन्यू लगभग 11% बढ़कर 3,130 करोड़ रुपए रहा था
पहली तिमाही (Q1FY24) में वाटिका शैम्पू और हनीटस कफ सिरप ब्रांड का ट्रेड करने वाली डाबर इंडिया का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट एनुअल बेसिस पर 5.4% बढ़कर 464 करोड़ रुपए रहा था।
अप्रैल-जून क्वार्टर में डाबर हनी और च्यवनप्राश निर्माता का रेवेन्यू लगभग 11% बढ़कर 3,130 करोड़ रुपए रहा था। CFO अंकुश जैन ने कहा था कि हमें खुशी है कि हमने किसी क्वार्टर में पहली बार 3,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार किया।