झारखंड में ‘रिसॉर्ट पॉलिटिक्स’ शुरू! हॉर्स ट्रेडिंग के डर से राज्य से बाहर शिफ्ट किए जा रहे महागठबंधन के MLAs


सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के सिर्फ 5 विधायक रांची में रहेंगे. इनमें JMM के चंपाई सोरेन, कांग्रेस के आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, RJD के सत्यानंद भोक्ता और CPI (ML) के विनोद सिंह शामिल हैं. इन्हें छोड़कर बाकी सभी को हैदराबाद भेजा जा रहा है. चंपाई समेत 5 विधायक सियासी संकट के बीच रांची में ही रहकर रणनीति तैयार करेंगे.

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लग्जरी रिसॉर्ट में रहेंगे विधायक

अब विधायकों को एक महंगे लग्जरी रिसॉर्ट में बाकी दुनिया से आइसोलेट करके रखा जाएगा. ऐसा करके सरकार का समर्थन बचाने की कोशिश होगी. तेलंगाना का चुनाव इसलिए किया गया है, क्योंकि यहां अब कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में माना जा रहा है कि महागठबंधन के विधायक वहां महफूज रहेंगे. इस बीच बीजेपी ने 2 फरवरी को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है.

राजभवन में विधायकों की कराई गई गिनती

राज्यपाल से मुलाकात से पहले चंपाई सोरेन ने राजभवन में विधायकों की गिनती भी कराई. सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो में शेयर किया जा रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि चंपाई सोरेन से गिनती की शुरुआत होती है. जैसे ही कैमरा घूमता है, विधायक अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हाथ उठाते हैं. बताया जा रहा है कि इस वीडियो को कथित तौर पर बहुमत के सबूत के तौर पर राज्यपाल को भी दिखाया गया.

झारखंड में सरकार बनाने को लेकर राज्यपाल से मिले चंपाई सोरेन

राज्यपाल से मुलाकात के बाद महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपाई सोरेन ने कहा- “हमने बुधवार को नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था. हमने राज्यपाल से कहा कि हम इस विषय पर क्लियर हैं. हमने उनसे इसे जल्दी करने का अनुरोध किया है. उन्होंने (राज्यपाल) भी कहा है कि वो जल्द ही करेंगे.”

बुधवार को चुने गए विधायक दल के नेता

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता हेमंत सोरेन ने बुधवार को जमीन घोटाला केस में ईडी की गिरफ्तारी से पहले सीएम पद से इस्तीफा दिया. इसके तुरंत बाद महागठबंधन विधायक दल की बैठक में चंपाई सोरेन को नेता चुन लिया गया. उसी शाम चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र लिखा और उनसे सरकार गठन पर जल्द से जल्द निर्णय लेने का आग्रह किया.

राज्यपाल को सौंपा था 47 विधायकों के समर्थन का लेटर

चंपाई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को लिखे पत्र में स्पष्ट किया, “हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद ही मेरे नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया गया है. हमने 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों की साइन का समर्थन पत्र आपको सौंपा है. 43 विधायक बुधवार को राजभवन के गेट के बाहर भी खड़े थे. पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है. इससे असमंजस की स्थिति है. इसलिए आग्रह है कि सरकार बनाने के लिए हमें बुलाया जाए.”

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महागठबंधन के पास बहुमत 

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास बहुमत है. 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 43 विधायकों की जरूरत है. गठबंधन के पास 48 विधायक हैं. JMM के 29, कांग्रेस के 17,  RJD का एक और CPI(ML) का एक MLA है. इनमें से 43 सदस्य चंपाई सोरेन के साथ राजभवन पहुंचे थे. 

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एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए हेमंत सोरेन 

इधर, जमीन घोटाले में गिरफ्तार हुए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को कोर्ट ने एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. PMLA कोर्ट उनकी रिमांड पर गुरुवार को फैसला सुनाएगी. ED ने पूछताछ के लिए हेमंत सोरेन की 10 दिन की रिमांड मांगी है.

सुप्रीम कोर्ट में अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई

इस बीच हेमंत सोरेन की याचिका पर पर हाईकोर्ट ने कहा कि मामले में अर्जेंसी नहीं दिखती. कपिल सिब्बल ने भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है.

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