शशिकांत ओझा/पलामू.महाशिवरात्रि का त्योहार नजदीक आने को है. ऐसे में शिव भक्त शिवालयों में जलभिषेक के लिए पहुंचते है. झारखड़ राज्य में प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर राजधानी रांची में स्थित है. मगर क्या आप जानते है प्रदेश का दूसरा पहाड़ी मंदिर कहां स्थित है. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे झारखंड के अद्वितीय पहाड़ी मंदिर के बारे में जहां श्रद्धालुओं की हर मुराद पूरी होती है.
झारखंड का दूसरा पहाडी मंदिर रांची से 145 लगभग किलोमीटर दूर है. वहीं पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर से लगभग 47 किलोमीटर दूर पांकी प्रखंड में स्थित है. इसे राहेबीर पहाड़ी शिव मंदिर कहते है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां का गर्भ गृह सबसे बड़ा है. जिस कारण इसे झारखंड का दूसरा पहाड़ी मंदिर कहा जाता है. इस मंदिर के पुजारी सुशील मिश्रा ने कहा कि यह मंदिर सैकड़ों फिट ऊंचा पहाड़ पर स्थित है. यहां श्रद्धालुओं को 151 सीढ़ियों की चढ़ाई के बाद भगवान भोलेनाथ के दर्शन होते है. इसका गर्भगृह झारखंड भर में अद्वितीय है. जिस वजह से इसको झारखंड का दूसरे पहाड़ी मंदिर के नाम से जाना जाता है.
शिवरात्रि पर निकलता है भव्य बारात
उन्होंने बताया कि हर साल शिवरात्रि के अवसर पर यहां से शिव जी का बारात निकलता है. जिसमें बाहर से कलाकार द्वारा जीवंत झांकी निकाला जाता है. जो मंदिर परिसर से निकलकर पांकी शहर का भ्रमण करते हुए राम जानकी मंदिर पहुंचती है. इसमें अलग-अलग रूप में भगवान भोलेनाथ की झांकी होती है. जिसके लिए लाखो रुपए की लागत से कार्यक्रम आयोजित की जाती है. उन्होंने यह भी बताया कि इस पहाड़ का नाम राहेवीर पहाड़ी के नाम से जाना जाता है. वहीं मंदिर का नाम मनोकामना शिव मंदिर है.
सैकड़ों वर्षों से होते आ रहा है पूजा
उन्होंने बताया कि यह मंदिर द्वापर युग से है. इस मंदिर को सात से आठ वर्ष पहले पुनः जीर्णोद्वार कराया गया. स्थानीय महेंद्र सिंह व लोगों के सहयोग से एक करोड़ की लागत से जीर्णोद्वार कराया गया. जिसके बाद मंदिर परिसर में शिव परिवार के दरबार और भव्य शिव मंदिर का निर्माण कराया गया. इस मंदिर में झारखंड के सीमावर्ती राज्यों से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते है.
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FIRST PUBLISHED : February 25, 2024, 14:14 IST