‘जैसे मुगलों के हमले में हुआ, उसी तरह से सरकारी आवास से चोरी’, नए मंत्री बोले

हाइलाइट्स

छत्तीसगढ़ में मंत्री के शासकीय आवास से कथित रूप से बड़ी संख्या में सामान गायब.
बीजेपी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसकी जांच कराने को कहा.
उस आवास में कांग्रेस के पूर्व मंत्री शिव डहरिया रहते थे.

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल (Shyam Bihari Jaiswal) को मिले शासकीय आवास से कथित रूप से बड़ी संख्या में सामान गायब होने के बाद जायसवाल और कांग्रेस (Congress) सरकार में मंत्री रहे शिव डहरिया आमने-सामने आ गए हैं. जायसवाल ने इस मामले की जांच कराने के लिए कहा है, वहीं पूर्व मंत्री डहरिया ने उनसे इन आरोपों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Dev Sai) के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार में मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक जायसवाल ने 9 मंत्रियों के साथ राजभवन में शपथ ली थी. जायसवाल को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और बीस सूत्रीय कार्यान्वयन विभाग सौंपा गया है.

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जायसवाल को वही शासकीय आवास दिया गया है, जहां पहले पूर्व कांग्रेस सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया रहते थे. डहरिया ने आवास खाली कर दिया है. पिछले दिनों जब जायसवाल ने अपने शासकीय आवास का निरीक्षण किया तब पाया कि वहां से कुछ सामान गायब है. जायसवाल ने बताया कि ‘बंगले में जो समान थे, वो गायब हैं. वहां से एसी गायब है. टेलीफोन गायब है और उसका तार काट दिया गया है. बाथरूम से आईना तक गायब है. किचन का प्लेटफार्म गायब है. नल की टोटी गायब है, साथ ही साथ जो बिजली के खंभे और फ्लड लाइट भी गायब है. जगह-जगह दीवार को खोदकर सामान निकाला गया है.’

मंत्री ने कहा कि ‘ऐसा लग रहा है जैसे मुगलों ने भारत पर हमला किया था, तो हमारे मंदिरों को खोदकर उसके रत्न और जो भी सोने चांदी जड़े थे, उसे निकाल दिए थे. उसी तरह से जो सरकारी आवास है, उससे चोरी की गई है.’ जायसवाल ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. मंत्री जायसवाल के बयान के बाद पूर्व मंत्री डहरिया ने कहा है मंत्री एक अनुसूचित जाति के नेता को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.

डहरिया से जब रिपोर्टरों ने मंत्री जायसवाल के बयान को लेकर सवाल किया तब उन्होंने कहा कि ‘माननीय मंत्री को बयान देने से पहले पीडब्ल्यूडी विभाग से और अगर जरूरत पड़ती तो मुझसे पूछ लेना था. मैंने सारे विभाग से एनओसी ले लिया है और एनओसी लेने के बाद ही मैंने मकान छोड़ा है. क्या मैं अपना निजी सामान नहीं ले जा सकता. वहां जो दो-तीन एसी मेरे कमरे में लगे थे. वहां मैंने लगाया था, टीवी लगाया था, मेरा बच्चा क्रिकेट खेलता है. जो क्रिकेट का सेड लगा था वह मैंने लगाया था, पीडब्ल्यूडी ने नहीं बनवाया था.’

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उन्होंने कहा कि ‘माननीय मंत्री जी जानबूझकर एक अनुसूचित जाति के नेता को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उनको सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.’ डहरिया के बयान के बाद मंत्री जायसवाल ने कहा है कि उन्होंने किसी व्यक्ति पर आरोप नहीं लगाया है. यह जांच का विषय है, जहां पर लगातार एक मंत्री रह रहे हों, वहां से सामान गायब हो जाना यह जांच का विषय है और इसकी जांच हम कर रहे हैं.

Tags: BJP, Chhattisgarh Congress, Chhattisgarh government, Congress

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