जेल से सरकार चलाएं या इस्तीफा दें? अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में रायशुमारी कराने का किया ऐलान

अरविंद  केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में इसे ही लोकसभा के लिए चुनाव प्रचार का आगाज बताया. केजरीवाल ने कहा कि, मुख्यमंत्री की कुर्सी का लालच नहीं है… मेरा इस्तीफा जूते की नोक पर, लेकिन बीजेपी (BJP) को षड्यंत्र में कामयाब नहीं होने देना है. 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, हम जेल जाने से नहीं डरते, एक क्रांतिकारी के लिए जेल भूषण होता है. मैं एक बार 15 दिन जेल में रहकर आया था, अंदर ठीक-ठाक इंतजाम होता है, आप भी कभी जेल जाओ तो चिंता मत करना. 

उन्होंने कहा कि, अगर भगत सिंह इतने दिन जेल में रह सकते हैं, मनीष सिसोदिया नौ महीने जेल में रह सकते हैं, सत्येंद्र जैन एक साल जेल में रह सकते हैं तो मेरे को जाने में क्या दिक्कत है? मैं भी चला जाऊंगा.. मुझे जेल जाने से फर्क नहीं पड़ता.

सत्ता का लालच नहीं, 49 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया था

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, हमें सत्ता का लालच नहीं है, 49 दिन के बाद इस्तीफा दिया था. किसी ने मुझ से 49 दिन के बाद इस्तीफा मांगा नहीं था. मुझे लगता है दुनिया का पहला मुख्यमंत्री हूं, जिसने 49 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया था. 

केजरीवाल ने कहा कि, इस्तीफा मैं अपने जूते की नोक पर लेकर चलता हूं, मुझे मुख्यमंत्री की कुर्सी का लालच नहीं है, लेकिन हमें इन लोगों के षड्यंत्र में नहीं फंसना. तो मुझे इस्तीफा देना चाहिए या मुझे जेल से सरकार चलानी चाहिए, इस बारे में सबसे चर्चा कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि, दिल्ली की जनता ने हमें बहुत प्यार दिया है, इसलिए हम दिल्ली की जनता की मर्जी के बिना कुछ नहीं करेंगे. जो दिल्ली की जनता कहेगी हम वही करेंगे. 

कार्यकर्ताओं से कहा- एक-एक घर जाकर बीजेपी की पोल खोलें

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, सभी आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाएं, नुक्कड़ सभा करें और पूछें…”जेल से सरकार चलाएं या इस्तीफा दें?” अगले 10 से 15 दिन पूरी दिल्ली में घर-घर जाना है और जनता से पूछना है. 

उन्होंने कहा कि, आज से लोकसभा के चुनाव का प्रचार शुरू हो गया है. आपको एक-एक घर जाकर बीजेपी की पोल खोलनी है. इस बार दिल्ली की एक भी लोकसभा सीट बीजेपी को नहीं आनी चाहिए.

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