जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप: स्पेन के खिलाफ आत्ममुग्धता से भारत को बचना होगा

 एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप में सकारात्मक शुरूआत के बाद भारत को बृहस्पतिवार को पूल सी में स्पेन के खिलाफ मैच में आत्ममुग्धता से बचना होगा।
उपकप्तान अराइजीत सिंह हुंडल की हैट्रिक के दम पर भारत ने पहले मैच में कोरिया को 4 . 2 हराया।
भारत के कोच सी आर कुमार टीम के प्रदर्शन से खास खुश नहीं दिखे।

उन्होंने कहा कि टीम को बाकी मैचों में बेहतर प्रदर्शन करके अनावश्यक पेनल्टी कॉर्नर देने से बचना होगा।
भारतीय टीम ने पहले मैच में छह पेनल्टी कॉर्नर दिये जबकि दो ही बना सकी।
कुमार ने कोरिया के खिलाफ मैच के बाद कहा ,‘‘ हमें खुशी है कि हमने पूरे तीन अंक लिये लेकिन हमें बेहतर प्रदर्शन करना होगा। हमने पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल गंवाये जिस पर ध्यान देना होगा।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इतने पेनल्टी कॉर्नर देना सही नहीं है। हमने छह पेनल्टी कॉर्नर दिये और दो ही बना सके। इसमें एहतियात बरतने की जरूरत है।’’

भारत ने 2001 में होबर्ट और 2016 में लखनऊ में जूनियर विश्व कप जीता है। वहीं 1997 में इंग्लैंड में रजत पदक जीता था।
कप्तान उत्तम सिंह और हुंडल पिछली बार भी भुवनेश्वर में टूर्नामेंट खेले थे जब भारत चौथे स्थान पर रहा था।
स्पेन ने 2005 में रॉटरडम में कांस्य पदक जीता था। इस पूल में भारत, स्पेन और कोरिया के अलावा कनाडा की टीम भी है। भारत को शनिवार को कनाडा से खेलना है।

पूल ए में गत चैम्पियन अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, चिली और मलेशिया है जबकि पूल बी में मिस्र, फ्रांस , जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका हैं। पूल डी में बेल्जियम, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान हैं। हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *