
ANI
धनखड़ ने कहा, ‘‘इसमें जो संकेत दिया गया है, उससे पता चलता है कि भविष्य में वैश्विक व्यवस्था के अनुसार खुद को कैसे संचालित किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री ने कड़ी मेहनत की, उनके पास एक दृष्टिकोण है और उन्होंने इसे क्रियान्वित किया और इसे घोषणापत्र के रूप में फलीभूत किया।’’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जी20 नेताओं के घोषणापत्र को सर्वसम्मति से अपनाने का श्रेय भारत के समावेशी नजरिये, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण और वैश्विक कल्याण के लिए गहरी प्रतिबद्धता को दिया।
उन्होंने कहा कि जी20 नेताओं का घोषणापत्र एक दस्तावेज नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक घोषणा है।
धनखड़ ने कहा, ‘‘इसमें जो संकेत दिया गया है, उससे पता चलता है कि भविष्य में वैश्विक व्यवस्था के अनुसार खुद को कैसे संचालित किया जायेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री ने कड़ी मेहनत की, उनके पास एक दृष्टिकोण है और उन्होंने इसे क्रियान्वित किया और इसे घोषणापत्र के रूप में फलीभूत किया।’’
उपराष्ट्रपति ने यहां ‘जी20-द इंडियन नेवी क्विज’ (जी20-थिनक्यू) के फाइनल में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह घोषणापत्र विभाजनों से ग्रस्त दुनिया में शांति और संयम की आवाज के रूप में भारत की पहचान है।
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