IGI Airport Police: अमेरिका पहुंचने के बाद गुरप्रीत सिंह के बड़े भाई की जिंदगी पूरी तरह से बदल चुकी थी. वह अपनी बदली हुई नई जिंदगी की हर एक झलक तस्वीरों के जरिए अपने छोटे भाई से साझा कर रहा था. वहीं, दूसरी तरफ तस्वीरों से झलक रही अपने बड़े भाई की नई जिंदगी ने गुरप्रीत के दिल में नए अरमान पैदा करना शुरू कर दिए थे.
अब गुरप्रीत भी अपने बड़े भाई की तरफ अमेरिका जाना चाहता था. अपनी इस चाहत को पूरी करने के लिए गुरप्रीत ने भी वही किया, जो कुछ साल पहले उसके भाई ने किया था. कुछ साल पहले गुरप्रीत के बड़े भाई ने सुल्तान सिंह की ही मदद से पंजाब के नोरंगाबाद गांव (तरनतारन) से अमेरिका तक का सफर पूरा किया था.
सुल्तान सिंह न केवल गुरप्रीत सिंह के गांव नोरंगाबाद का रहने वाला है, बल्कि अमृतसर में मेसर्स ग्लोबल वीज़ा सॉल्यूशन के नाम से एक ट्रैवलिंग एजेंसी चलाता है. सुल्तान सिंह से मुलाकात कर गुरप्रीत ने अमेरिका जाने की चाहत का इजहार कर दिया. वहीं, सुल्तान ने भी इस चाहत को पूरा करने के एवज में मोटी रकम की डिमांड रख दी.
इस सीक्रेट रास्ते से पहुंचता था अमेरिका
आईजीआई एयरपोर्ट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, सुल्तान की तमाम कोशिशों के बावजूद गुरप्रीत को अमेरिका का वीजा नहीं मिला. जिसके बाद, उसने एक सीक्रेट रास्ते के जरिए गुरप्रीत को अमेरिका भेजने का प्लान तैयार किया. प्लान के तहत, गुरप्रीत को कतर के रास्ते ब्राजील पहुंचना था. कुछ समय ब्राजील में रहने के बाद उसे गुयाना, निकारागुआ और ग्वाटेमाला के रास्ते अमेरिका में दाखिल होना था.
उन्होंने बताया कि पूरी तरह से प्लान समझाने के बाद सुल्तान सिंह ने गुरप्रीत को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से कतर के दोहा शहर लिए रवाना कर दिया. कतर के दोहा शहर पहुंचने के बाद सुल्तान सिंह के एक सहयोगी ने गुरदीप को ब्राजील का वीजा उपलब्ध करा दिया. वहीं दोहा में कुछ दिन रुकने के बाद गुरदीप अपनी अगली मंजिल ब्राजील के लिए रवाना हो गया.
ब्राजील में गुरप्रीत को मिला ‘बैड सरप्राइज’
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोहा से करीब 15 घंटे का सफर पूरा करने के बाद गुरप्रीत सिंह अब ब्राजील पहुंच चुका था. लेकिन, वहां पहुंचने के बाद उसे एक ऐसी बात पता चली, जिसे जानने के बाद उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. दरअसल, गुरप्रीत को ब्राजील का जो वीजा दोहा में उपलब्ध कराया गया था, जांच में वह फर्जी पाया गया.
वीजा फर्जी पाए जाने के बाद गुरप्रीत को अगली उपलब्ध फ्लाइट से दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के लिए डिपोर्ट कर दिया गया. वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद इमीग्रेशन ब्यूरो ने उसे हिरासत में लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के सुपुर्द कर दिया. जिसके बाद गुरप्रीत को आईपीसी की धारा 420/468/471/34 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया.
गुरप्रीत की बदकिस्मती का अगला सफर
गिरफ्तारी के बावजूद गुरप्रीत से दिमाग से अमेरिका जाने का फितूर नहीं उतरा था. पुलिस की गिरफ्त से छूटने के बाद वह एक बार फिर सुल्तान के पास पहुंच गया और अमेरिका भेजने के लिए कहने लगा. लेकिन अब तक यह समझ गया था कि जबतक उसके पासपोर्ट पर ब्राजील का फर्जी वीजा लगा है, तब तक अमेरिका जाने का उसका सपना पूरा होने वाला नहीं है.
लिहाजा, सुल्तान के कहने पर उसने अपने पासपोर्ट से वह पेज फाड़ दिए जिस पर ब्राजील का वीजा और इमीग्रेशन स्टैंप लगी थी. अमेरिका जाने की चाहत रखने वाले गुरप्रीत की बदकिस्मती का सफर यहीं खत्म नहीं हुआ. गुरप्रीत की खराब किस्मत का अगला सफर जानने के लिए ‘USA जाने को आया था एयरपोर्ट, भूटान के रास्ते पहुंच गया कजाकिस्तान, पासपोर्ट के पन्नों ने बिगाड़ा खेल, फिर जो हुआ..’ पर क्लिक करें.
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FIRST PUBLISHED : March 15, 2024, 07:31 IST