आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी गहलोत सरकार : जे पी नड्डा
जनसभा सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के कामों से भारत का विदेशों में भी डंका बज रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के सानिध्य में चन्द्रयान पर उतरने में सफलता मिली। किसानों के खातों में निधि जमा कराई जा रही है। गरीबों को नि:शुल्क खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। मोदी सरकार के कामों से देश के गरीब लोगों को सम्बल मिला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। इनके मंत्री और विधायक खुले हाथों से देश को लूटने का काम कर रहे हैं। जल जीवन मिशन में घोटाला हुआ है। ईडी ने योजना से जुड़े अधिकारियों और ठेकेदारों से ढाई करोड़ रुपए की नगदी जब्त की है। गहलोत सरकार में दलित, महिलाएं सुरक्षित नहीं है। हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा हुआ है। ऐसे में अब राजस्थान की भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को बदलने का वक्त आ गया है। सभी भाजपा कार्यकर्ता संकल्प लेकर जाएं कि राज्य की गहलोत सरकार को हटाकर भाजपा की सरकार भारी मतों से बनाएंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान राजस्थान सरकार से आम जन परेशान है। युवा बेरोजगार है, किसानों के साथ वादा खिलाफी हुई है। झूठे वादे कर राजस्थान के किसानों को धोखा दिया गया है। पेपर लीक कर युवाओं का भविष्य खराब किया है। महिला अत्याचार, चोरी, डकैती में राजस्थान नंबर वन बन गया है। ऐसे में आने वाले विधान सभा चुनावों में इस भ्रष्ट सरकार को जड़ से उधेड़ फेंकने का संकल्प लें।
ईआरसीपी के मुद्दे पर वसुंधरा राजे ने घेरा
नड्डा से पूर्व राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि राजस्थान के हिस्से का एक बूंद भी पानी कम नहीं होने देंगे। चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं खुद के हितों की चिंता है। राजे ने कहा कि ईआरसीपी को जमीन पर लाने के लिये उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त,2005 को मध्यप्रदेश के साथ नदियो के पानी के बंटवारे को लेकर समझौता किया था। लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आ गई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई। उन्होंने कहा कि जब हमारी दोबारा सरकार आई तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया। साल 2017-18 और 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज और ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिये साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया।
इसलिये 13 जिलों की जनता प्यासी रह गई।जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझौते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिये। जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हैक्टेयर सिंचाई और पेयजल मिलेगा। तीसरे बांध पाटनपुर का काम भी निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के हितों पर कठुराघात नहीं होने देंगे।कमल खिलायेंगे।भाजपा को लायेंगे।