अभिलाष मिश्रा/ इंदौर. आज तक आपने कई प्रकार के बैंकों के नाम सुने होंगे, पर इंदौर का रोटी बैंक इंसान की भूख की जरूरत को पूरा करता है. लगातार 8 वर्षों से इंदौर का रोटी बैंक गरीब असहाय और जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाने का काम कर रहा है. सबसे विशेष बात है कि कोरोना काल में जब लोगों को घर चलना मुश्किल हो रहा था. तब भी रोटी बैंक पूरे इंदौर शहर में घूम-घूम कर लोगों को खाने के पैकेट बांट रहा था.रोटी बैंक बनाने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है.
इस रोटी बैंक की शुरुआत करने वाले अक्षय जोशी ने बताया कि 8 साल पहले की बात है.जब मेरे पिताजी एक ब्लड डोनर को लेकर एमवाय अस्पताल आए हुए थे. उन्हें देखकर लगा की जितनी मात्रा में भीड़ है उसे मात्रा में भोजन नहीं आ पा रहा है. उन्होंने यह बात अक्षय जोशी को बताई. इसके बाद अक्षय ने रोटी बैंक के नाम से फेसबुक में एक आईडी बनाई. जिसमें देखते ही देखे बहुत से लोग जुड़ गए, जिसके माध्यम से उन्होंने लोगों से अपील की किसभी लोग अपने आसपास की कॉलोनी के मंदिरों में रोटी बैंक के नाम से एक डिब्बा लगाए.
रोटी बैंक ने खुद की रसोई की तैयार
जिसके बाद से जब भी मंदिर में दर्शन करने जाएं या फिर वहां से निकले तो उसमें कुछ रोटियां डालें. जो जरूरतमंदों को दी जाएगी. जबकि सब्जी हम लोग खुद तैयार करवाते थे. इसका कारण यह था कि सभी लोग अलग-अलग मिर्च मसाला की मात्रा वाली सब्जियां खाते हैं. धीरे-धीरे 2014 से ही यह काम बहुत अच्छा चलने लगा. अक्षय ने बताया कि बहुत समय तक यह काम अच्छा चला लेकिन एक समय ऐसा भी आया कि बहुत से लोग जब कहीं बाहर चले जाते थे तो रोटी बैंक के डिब्बो में रोटियां नहीं डाल पाते थे. ऐसे में संकट खड़ा हो जाता था. साथ ही रोटी बैंक से जुड़े हुए लगभग सभी लोग कामकाजी लोग हैं ऐसे में समय की भी बहुत ज्यादा खपत होती थी. तब हमने रोटी बैंक के सभी सदस्यों की सहमति से रोटी बैंक की खुद की रसोई तैयार की और बड़ी मात्रा में खाना तैयार करने लगे.
कोरोना काल में की विशेष भोजन सेवा
लगातार 8 वर्षों से यह भोजन सेवा निरंतर चल रही है. रोजाना 400 से 500 लोगों को हम भोजन कराते हैं. कोरोना काल में यह संख्या दोगुनी और तीन गुनी हो गई थी. त्योहारों के दिन त्योहार के हिसाब से भोजन तैयार किया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 17:22 IST