दीपक कुमार/बांका: बिहार सरकार शिक्षा में सुधार को लेकर लगातार काम कर रही है. इसको लेकर कई योजनाएं भी संचालित की जा रही हैं. इन योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम शिक्षक कर रहे हैं. सरकारी विद्यालय में कई ऐसे शिक्षक मिल जाएंगे जो नए तरीके से बच्चों को न सिर्फ शिक्षा दे रहे हैं बल्कि उन्हें हुनरमंद भी बना रहे हैं. बांका में भी एक ऐसी शिक्षिका हैं जो अलग-अलग तरह के फिजिकल एक्टिविटी के जरिए बच्चों को पढ़ाती है. इससे विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति 98 फीसदी तक पहुंच गई है. बच्चे समय से पहले स्कूल आ जाते हैं और खेल-खेल में शिक्षा ग्रहण करते हैं. बच्चों को पढ़ाने वाली ये शिक्षिका कोई और नहीं बल्कि अमरपुर प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय विशंभरचक की सोनी कुमारी हैं.
राजकीय मध्य विद्यालय विशंभरचक के प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह बताते हैं कि शिक्षिका सोनी कुमारी चहक कार्यक्रम से प्रशिक्षण लेकर बच्चों को शारीरिक गतिविधि, कविता, खेलकूद, अभिनय, कठपुतली और नाटक के माध्यम से पढ़ाती हैं. इस तरह की एक्टिविटी आधारित शिक्षा के चलते बच्चों में पढ़ने के प्रति रुचि जगी है. बच्चे इस क्लास का इंतजार करते हैं. एक्टिविटी आधारित कक्षा संचालन के दौरान बच्चे उत्साह से पढ़ते हैं. इस एक्टिविटी को अमल में लाने से यह फायदा हुआ है कि स्कूल में 98 फीसदी तक बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई है. शिक्षिका सोनी कुमारी के पढ़ाने के तरीके से अभिभावक भी बेहद खुश रहते हैं.
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बच्चों में शिक्षा के प्रति जगा रही उत्साह
शिक्षिका सोनी कुमारी ने बताया कि एक्टिविटी आधारित कक्षा संचालन के दौरान कभी सोचा भी नहीं था कि बच्चों की उपस्थिति इस कदर बढ़ जाएगी. शारीरिक गतिविधि, कविता, खेलकूद, अभिनय के माध्यम से पढ़ने के लिए बच्चों में होड़ लगी रहती है. बच्चों में पढ़ाई के प्रति एक अलग ही उत्साह जग गया है. बच्चे बड़े मजे से पढ़ाई करते हैं. खेलकूद के माध्यम से पढ़ने से यह फायदा हुआ कि बच्चे ज्यादातर समय स्कूल में ही रहना पसंद करने लगे हैं. जिन बच्चों को कविता याद करने में परेशानी होती थी, वहीं बच्चे अब जोर -जोर से कविता पढ़कर खेलते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 11, 2024, 13:13 IST