जयपुर में बिताने हैं सुकून के पल, तो चले आएं इस बायोलॉजिकल पार्क, जानिए खासियत

अंकित राजपूत/ जयपुर: अक्सर लोग शहर के शोरगुल से समय निकालकर शहर के पार्कों, चिड़िया घर जैसे जगहों का रूख करते हैं. क्योंकि वहां प्रकृतिक सुंदरता और सुकून मिलता है. जयपुर के स्थानीय लोगों की पहली पसंद नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ही हैं. इस पार्क की शुरुआत 2016 से हुई थी. 720 हैक्टर क्षेत्र में फैले नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क एक ऐसी जगह है. जहां रेयर बर्ड्स और एनीमल्स एक जगह पर देखने को मिल जाएंगे. यह पार्क अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है. कुछ सालों पहले यहां सिर्फ जंगल हुआ करता था. फिर इसे सुसज्जित रूप से बायोलॉजिकल पार्क बनाने के लिए कदम उठाया गया और 7 वर्ष पहले जयपुर रामनिवास बाग में स्थित राजस्थान का सबसे पहला चिड़िया घर के सभी जानवरों और पक्षियों को यहां से लेजाकर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाया गया और पूर्ण रूप से इसे एक बायोलॉजिकल पार्क के रूप में स्थापित कर दिया गया.

यहां जानवरों की है 27 प्रकार की प्रजातियां
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एनीमल्स और बर्ड्स की 27 प्रकार की प्रजातियां निवास करती हैं. जिसमें हिरण की अकेले 9 प्रजातियां हैं साथ ही यहां ऊद,बिलाऊ,चीतल,सिका,साम्भर, काला हिरण,चिंकारा,चौसिंघा,बारहसिंघा, लकड़बग्घा, घड़ियाल, मगरमच्छ और दरियाई घोड़ा, भेड़िया, लैपर्ड के साथ टाइगर और लायन का जोड़ा भी निवास करते हैं. यहां भालू और मगरमच्छ के छोटे छोटे बच्चे आकर्षक का प्रमुख केन्द्र है. आगामी दिनों में यहां 30 हैक्टर क्षेत्र में टाइगर नेचुरल एन्वायरनमेंट सफारी शुरू होने वाली है. जिसका लोग आंनद उठा सकते हैं साथ ही गोल्फ कोर्स को भी एंजॉय कर सकते हैं.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में टिकट दर
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क जयपुर आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोगों की पहली पसंद हैं. इस पार्क को देखने के लिए भारतीय लोगों के लिए 52 रूपये और भारतीय छात्र छात्राओं के लिए 22 रूपये हैं. फॉरेन विजिटर्स और फॉरेन स्टूडेंट के लिए 300 रूपए है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के मौसम के हिसाब से खुलने का समय भी अलग-अलग हैं. गर्मियों में सुबह 8:30 से शाम 5:30 और सर्दियों में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है. सप्ताह में सिर्फ यह पार्क मंगलवार को यह बंद रहता है.

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