जयपुर की मेयर मुनेश गुर्जर के पति की कथित क्लिप वायरल, पढ़ें पूरी खबर

जयपुर: राजधानी के जयपुर नगर निगम हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह कथित ऑडियो मुनेश गुर्जर की मुश्किलें बढ़ा सकता है। इस ऑडियो में सुशील गुर्जर कह रहे हैं कि मुनेश को महापौर पद से मुख्यमंत्री भी नहीं हटा सकते। पट्टे देने की एवज में रिश्वत लेने के आरोप में सुशील इन दिनों जेल में है, जो ऑडियो वायरल हुआ है। वह गिरफ्तारी से दो महीने पहले का बताया जा रहा है।

महापौर बदलने की चर्चाओं के दौरान का है ऑडियो

करीब तीन महीने पहले नगर निगम हेरिटेज में महापौर को हटाने की चर्चाएं चली थीं। उन दिनों मुस्लिम समुदाय से महापौर बनाए जाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था। परकोटे के आदर्श नगर, किशनपोल और सिविल लाइन्स विधानसभा क्षेत्र के कई पार्षदों ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था। बताया जा रहा है कि 9 निर्दलीय भी मुनेश के खिलाफ थे लेकिन आखिर में मुनेश के खिलाफ चल रहा अभियान थम गया था। वायरल ऑडियो उन्हीं दिनों का बताया जा रहा है जिसमें सुशील गुर्जर एक कांग्रेसी पार्षद से बात कर रहे हैं।
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जानिए क्या है 50 सेकंड के ऑडियो में

कांग्रेसी पार्षद – हम दोनों की तरफ से आप निश्चिंत ही रहा करो… हम तो जहां देखते हैं… हमारे बोलने से भाभी सा का नुकसान है तो हम दोनों चुप हो जाते हैं… आप हमारी तरफ से फुल अशोयर्ड रहो… इस चीज के लिए … हम दोनों कल आकर आपसे मिल लेंगे…

सुशील गुर्जर – आज शहजाद भाई भी बोल रहे थे, लेकिन मैं बता दूं यह रूल है… मैं तुम्हें दिखाऊंगा… मुख्यमंत्री भी दो साल मेयर को हटा नहीं सकते हैं… चाहे वह कितना भी अल्पमत में क्यों ना आ जाए… मैं तुम्हें कॉपी भी दूंगा…

कांग्रेसी पार्षद – आप इस बारे में मत सोचो… इस बारे में मत जाओ…

सुशील गुर्जर – नहीं… वह शहजाद भाई बार-बार ब्लैकमेल कर रहे हैं…
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जेल में बंद है मेयर के पति सुशील गुर्जर

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 4 अगस्त को जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को पट्टे के बदले 2 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। घर की तलाशी के दौरान 40 लाख रुपए नकद मिले थे। इसके बाद राज्य सरकार ने 5 अगस्त को महापौर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त कर दिया था। सरकार के फैसले के खिला मुनेश हाईकोर्ट चली गई थी। हाईकोर्ट ने मुनेश को राहत प्रदान की और बर्खास्तगी के आदेश को रद्द कर दिया जिसके बाद 24 अगस्त को मुनेश फिर से महापौर की कुर्सी पर काबिज हो गई।

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