जम्मू-कश्मीर में पहाड़ी पर छिपकर बैठे आतंकी, सुरक्षाबलों ने एक दहशतगर्द को किया ढेर, पुलिसकर्मी घायल

Jammu Kashmir Encounter Updates: जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर है। यहां रियासी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जवानों ने इलाके को घेर रखा है। सेना और पुलिस ने मिलकर ये अभियान चलाया है।

दो आतंकियों के छिपे होने की मिली थी सूचना

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि रियासी जिले के चासना इलाके में दो आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस और सेना के जवानों ने मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान आतंकियों ने खुद को घिरा देखकर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।

एडीजीपी ने बताया कि चसाना के तुली इलाके में गली सोहाब में मुठभेड़ चल रही है। पुलिस और सेना मौके पर डटी है।

जुलाई में मारे गए थे चार आतंकी

जुलाई में सुरक्षाबलों ने पुंछ के सिंधरा इलाके में मुठभेड़ के बाद चार आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकी पाकिस्तानी थे।

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सुरक्षाकर्मियों ने ISI हनीट्रैप के लिए चेताया

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तैनात सुरक्षा कर्मियों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल का उपयोग करने वाले पाकिस्तानी खुफिया संचालकों के लगातार बढ़ते खतरे के साथ खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की ऐसी भ्रामक रणनीति से सतर्क रहने के लिए सुरक्षा बलों के बीच एक विस्तृत नोट प्रसारित किया है।

देते हैं पैसे का लालच

एडवाइजरी में कहा गया है कि ऐसे खुफिया संचालक पाकिस्तान में रहते हुए भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुरक्षाकर्मियों को लुभाने के लिए युवतियों की फर्जी तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं। महिलाओं की तस्वीरों के साथ फर्जी प्रोफाइल खुद को भारतीय सेना से संबंधित दिखाते हैं, लेकिन कोई विवरण नहीं देते हैं। वे न केवल पीड़ितों को हनीट्रैप में फंसाते हैं बल्कि उन्हें वित्तीय लाभ का वादा करके भी फंसाते हैं।

पहचानने के बताए तरीके

खुफिया नोट में पाकिस्तान के गुर्गों की पहचान करने के तरीकों का भी जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि ऐसे संचालक खूबसूरत महिलाओं की तस्वीरों और सेना से जुड़ी तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें कहा गया है कि किसी फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर उसकी पहचान की जा सकती है। सुरक्षाकर्मियों को सलाह दी गई है कि वे अनजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।

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