जमुई का यह पक्षी अभ्यारण्य है बेहद खास, दूसरा राजकीय पक्षी महोत्सव स्थगित

गुलशन कश्यप/जमुई:- पक्षी और पर्यावरण प्रेमियों के लिए इस महीने आयोजित किए जाने वाले दूसरे राजकीय पक्षी महोत्सव को अचानक स्थगित कर दिया गया है. पहले 10 से 12 फरवरी तक इसका आयोजन होना था, लेकिन अचानक ही जिला प्रशासन ने इसे स्थगित कर दिया है. इसके पीछे का कारण भी सामने आया है. गौरतलब है कि जमुई जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले नागी-नकटी पक्षी अभ्यारण में 10 से 12 फरवरी तक राज्य के दूसरे पक्षी महोत्सव का आयोजन कराया जाना था. इसे लेकर तैयारियां भी की जा रही थी और इसके भव्य आयोजन में देश-विदेश के बड़े पक्षी वैज्ञानिक के अलावा पक्षी प्रेमी और पर्यावरण प्रेमी हिस्सा लेने वाले थे. लेकिन जमुई जिला प्रशासन के द्वारा अचानक ही इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.

इसलिए हुआ स्थगित, जानिए नई तारीख
बताया जा रहा है कि 10 से 12 फरवरी तक आयोजित होने वाले राज्य के दूसरे पक्षी महोत्सव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाग लेने वाले थे. लेकिन राज्य में बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बाद इस तारीख को उनके इस कार्यक्रम में भाग लेना संभव नहीं हो पा रहा था. बताया जा रहा है कि इसी कारणवश इस कार्यक्रम को स्थगित कर अगली तारीख में कराए जाने का निर्णय लिया गया है. अब यह 10 से 12 फरवरी के बजाय करीब एक सप्ताह बाद 17 से 19 फरवरी को आयोजित कराया जाएगा. इतना ही नहीं, इसे लेकर 4 फरवरी को होने वाले मिनी मैराथन को भी वर्तमान में स्थगित कर दिया गया है और इसे लेकर नई तारीख का ऐलान नहीं किया गया है.

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36 सालों तक यह पक्षी अभ्यारण्य तलाशता रहा अपनी जमीन
नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य को एक, दो या 5 नहीं, बल्कि पूरे 36 सालों का इंतजार करना पड़ा. बताते चलें कि नागी नकटी को पक्षी अभयारण्य का दर्जा साल 1984 में 25 फरवरी को ही मिला था. उस दौरान वाइल्डलाइफ प्रोटक्शन एक्ट 1972 के सेक्शन 18 के तहत नागी को पक्षी अभयारण्य का दर्जा मिला था. उससे पहले से ही प्रवासी यहां आया करते थे और स्थानीय पक्षी भी बड़ी संख्या में यहां निवास करते थे, लेकिन 1984 के बाद इसका फाइनल नोटिफिकेशन जारी होने में 25 साल का समय लगा और साल 2009 में 4 सितंबर को नागी नकटी को पक्षी अभयारण्य घोषित किए जाने को लेकर फाइनल नोटिफिकेशन जारी किया गया.

लेकिन 1984 में इसे दर्जा दिए जाने के बाद 36 साल बीत गए और 2020 में पहली बार नागी नकटी राज्य के नक्शे पर शामिल हो पाया. साल 2021 में यहीं राज्य का पहला पक्षी महोत्सव मनाया गया था. इसके इलाका यह क्षेत्र 2.1 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जहां 133 प्रजाति के पक्षी प्रवास करते हैं.

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