रितिका तिवारी/ भोपाल. राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने भोपाल के कारसेवक रविंद्र गुप्ता जी को निमंत्रण आ गया है. इन्हे भोजपाली बाबा के नाम से भी जाना जाता है. राम मंदिर की ओर से भोजपाली बाबा को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला है.
भोजपाली बाबा ने कहा कि वो उन सनातनियों में से हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राम मंदिर के निर्माण में समर्पित कर दिया है. उन्होंने राम मंदिर के लिए अपना घर भी त्याग दिया था. घर छोड़ते समय उनकी मां रो पड़ी थी. राम मंदिर के प्रति उनकी अटूट आस्था ने उन्हें हमेशा शक्ति दी. भोजपाली बाबा अब एक मंदिर के पुजारी हैं और बैरागी जीवन जी रहे हैं.
कौन है भोजपाली बाबा
भोजपली बाबा का असली नाम रविंद्र गुप्ता है. जो 1992 दिसंबर में अपने दोस्तों के साथ कारसेवक में शामिल होने अयोध्या गए थे. वहां जा कर उन्होंने संकल्प लिया कि जबतक राम मंदिर बन कर तैयार नही हो जाता तब तक वो शादी नही करेंगे. बाबा की उम्र उस वक्त केवल 22 वर्ष थी. साल बीतते गए पर बाबा ने शादी नही की. मंदिर निर्माण के इंतजार के बीच उन्होंने नर्मदा परिक्रमा करने की धुन लगी और अभी तक 5 बार उन्होंने नर्मदा परिक्रमा भी पूरी कर ली है. आपको बता दें बाबा अभी बैतूल के पास मिलनपुर गांव में ठहरे हुए हैं. उनका मंदिर निमंत्रण भी उन्हें यहीं पर मिला. 6 दिसंबर 1992 की करसेवा के लिए उनके मित्र अयोध्या जा रहे थे तब बाबा को उनके घर से जाने की अनुमति नही मिली थी. जिसकी वजह से वो बिना कुछ सामान अपने साथ लिए दोस्तों के साथ निकल गए. उस वक्त उनके जेब में एक रुपए भी नही थे.
निमंत्रण मिलने से खुश हुए भोजपाली बाबा
53 साल के भोजपाली बाबा राम जानकी मंदिर लखेरपुरा में रहते थे. बाबा ने बात चीत में बताया कि उन्होंने वकालत भी की है. 2004 में रविंद्र ने हाई कोर्ट में वकालत भी की है.
क्या अब करेंगे बाबा शादी
भोजपाली बाबा से शादी की बात पूछने पर उन्होंने बताया कि अब उनका ऐसा कोई विचार नही है. वो अपना बचा हुआ समय सनातनी धर्म को समर्पित कर देना चाहते हैं. इनको अपना बचा हुआ जीवन मां नर्मदा की सेवा में बिताना है. जिसपर वो एक किताब भी लिख रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 27, 2023, 16:18 IST