पूरे शहर में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से शुरू हुआ उत्सव देर रात तक मनाया जाएगा। शहर भर में विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें दही हांडी तोड़ने में सफल होने वाले गोविंदा समूहों को नकद पुरस्कार दिया जाता है। मानव पिरामिड बनाने के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की आशंका रहती है।
मुंबई। मुंबई में बृहस्पतिवार को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित दही हांडी उत्सव के दौरान अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 35 ‘गोविंदा’ घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उत्सव के दौरान, गोविंदा या दही हांडी प्रतिभागी हवा में लटकी ‘दही हांडी’ को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते हैं।
पूरे शहर में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।
सुबह से शुरू हुआ उत्सव देर रात तक मनाया जाएगा।
शहर भर में विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें दही हांडी तोड़ने में सफल होने वाले गोविंदा समूहों को नकद पुरस्कार दिया जाता है। मानव पिरामिड बनाने के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की आशंका रहती है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘मुंबई में दही हांडी उत्सव के दौरान अब तक कम से कम 35 गोविंदा को चोटें आई हैं। चार गोविंदा को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो को मध्य मुंबई के परेल में बीएमसी संचालित केईएम अस्पताल और दो को घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
उन्होंने बताया कि 22 घायलों का इलाज सरकारी और निगम अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में किया जा रहा है।
बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने गोविंदाओं के घायल होने की स्थिति में निकाय अस्पतालों में 125 बिस्तरों की व्यवस्था की है।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
अन्य न्यूज़