परमजीत कुमार/देवघर. सनातन धर्म में 16 संस्कारों में से एक उपनयन संस्कार भी शामिल है. उपनयन संस्कार यानी जनेऊ को दसवां स्थान प्राप्त है. जनेऊ के पवित्र धागे व्यक्ति को आध्यात्म से जोड़े रखते हैं, जिससे व्यक्ति बुरे कर्म और बुरे विचारों से दूर रहता है. नए साल में खरमास की समाप्ति हो चुकी है, साथ ही जैसे ही पौष महीने की समाप्ति होगी, मांगलिक कार्य रफ्तार पकड़ लेंगे. मांगलिक कार्य के लिए शुभ तारीख का होना भी जरूरी होता है. शुभ मुहूर्त या शुभ तारीख में मांगलिक कार्य संपन्न होने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि खरमास और पौष महीने की समाप्ति के बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे और शुभ मुहूर्त या शुभ तारीख में मांगलिक कार्य करना अति उत्तम होता है. इसमें समस्त देवी देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. वहीं, 17 जुलाई से चातुर्मास भी प्रारंभ हो जाएगा. चातुर्मास में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. जो जातक उपनयन या जनेऊ अपने सगे संबंधी का कराना चाहते हैं तो उनके लिए नए साल में जनवरी से अप्रैल माह तक कई तारीख उपलब्ध हैं.
जनेऊ के लिए शुभ तारीख
जनवरी 2024: 26 और 31.
फरवरी 2024: 11, 12, 14, 18, 19 और 25.
मार्च 2024: 13 मार्च.
अप्रैल 2024: 19 और 25.
नोट: फिर मई और जून महीने में शुक्र अस्त रहेंगे. शुक्र अस्त होने पर मांगलिक कार्य होना शुभ नहीं माना जाता है.
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FIRST PUBLISHED : January 24, 2024, 14:05 IST