आजमगढ़18 मिनट पहले
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![मऊ के घोषी में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के पक्ष में कुछ इस तरह मांगा था प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने वोट। - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/09/09/_1694199751.jpg)
मऊ के घोषी में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के पक्ष में कुछ इस तरह मांगा था प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने वोट।
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी विधानसभा में भले ही विधानसभा का उपचुनाव हो रहा था। पर इस पूरे उपचुनाव का वॉर रूम आजमगढ़ बना था। इस उपचुनाव में प्रदेश और केन्द्र की सत्ता पर काबिज डबल इंजन की सरकार को करारी हार का सामना करना पड़ा। यह चुनाव भले ही मऊ जिले में हो रहा था। पर चुनाव की सारी मानिटरिंग आजमगढ़ से हो रही थी। प्रदेश सरकार के दो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक ने आजमगढ़ जिले के सर्किट हाउस से लेकर एक निजी होटल में डेरा डाला हुआ था। भाजपा के डिप्टी सीएम के आजमगढ़ जिले में उपस्थिति को लेकर सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने निशाना साधते हुए यहां तक कहा था कि प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक प्रधानों, कोटेदारों को बुलाकर धमका रहे हैं और पैसे भी बांट रहे हैं। इन सबके बाद भी यह दोनो डिप्टी सीएम अति आत्मविश्वास में विपक्षी इंडिया गठबंधन की जमानत तक जब्त कराने की बात कर रहे थे पर घोषी का चुनाव परिणाम आते ही पूरे खेमे में सन्नाटा पसर गया।
बृजेश पाठक बोले थे सर्वसमाज का समर्थन तो केशव ने साइकिल पंचर होने की कही थी बात
सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के पक्ष में चुनावी जनसभा करने आए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने जहां कहा था कि दारा सिंह चौहान को सर्वसमाज का वोट मिल रहा है। निश्चित रूप से इस चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत होगी। वहीं प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने भी इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा था कि दारा सिंह चौहान को सर्वसमाज का वोट मिल रहा है। सपा की जमानत नहीं बचेगी। प्रत्याशी को लेकर चल रही चर्चाओं पर केशव प्रसाद मौर्या ने कहा था कि जनमानस की आवाज भाजपा है। घोषी का चुनाव भाजपा और कमल के पक्ष में है और भाजपा की जीत होगी।
मुख्यमंत्री ने दिलाई थी मऊ दंगों की याद
मऊ के घोषी विधानसभा चुनाव भाजपा की नाक का सवाल बन गया था। यही कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह के पक्ष में चुनावी जनसभा करते हुए जिले की जनता को मऊ दंगें में हुई हत्याओं तक का जिक्र करते हुए याद दिलाया कि किस तरह से अन्याय और अत्याचार हुआ था बावजूद इसके घोसी की जनता को मुख्यमंत्री के इन बयानों का भी कोई खास असर नहीं हुआ। घोसी की जनता पहले से ही मन बताकर बैठी थी कि इस बार दारा सिंह चौहान को सबक सिखाना है और जनता अपने मंसूबोंं में कामयाब भी हुई।
सपा के इस्तीफे के बाद से देने लगे थे लोग गाली
दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए घोषी के वरिष्ठ नागरिक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दारा सिंह चौहान ने जिस दिन सपा से इस्तीफा दिया था उसी दिन से घोषी की जनता ने सबक सिखाने का मन बना लिया था। वरिष्ठ नागरिक ने बताया कि दारा सिंह ने हमेशा मौके की राजनीति की है। कभी भी जनता के दु:ख-सुख में शामिल नहीं हुए हैं। यही कारण है कि इस बार जनता ने सबक सिखाने का मन बना लिया। घोषी की जनता यह नारा भी लगाने लगी थी कि योगी मोदी से बैर नहीं दारा तेरी खैर नहीं। यही कारण है कि विधानसभा के उपचुनाव में दारा सिंह चौहान के ऊपर स्याही तक फेंककर विरोध जताया गया।
राजभर के बयानों से चिढ़ गई जनता
हाल ही में सपा छोड़कर भाजपा के साथ आए सुभाषपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से भी घोषी की जनता चिढ़ी बैठी थी। बड़ी-बड़ी बातें और ऊल-जुलूस बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले ओमप्रकाश राजभर राजभर समाज का भी वोट इस बार नहीं दिला पाए। इसके साथ ही ओम प्रकाश राजभर द्वारा दिया गया विवादित बयान की अहीर को 12 बजे के बाद बुद्धि आती है और प्रदेश में अब कोई यादव मुख्यमंत्री नहीं बनेगा। इन बयानों ने भी आग में घी डालने का काम किया। जनता ने इन दोनों दलबदलु नेताओं के एक साथ सबक सिखाने का मन बना लिया और यही कारण है कि प्रदेश सरकार के 26 मंत्रियों और 60 विधायकों की सक्रियता के बाद भी भाजपा अपने प्रत्याशी को चुनाव नहीं जितवा पाई।