जंग के दौरान गाजा में 20 हजार बच्चों को जन्म: UN ने कहा- वहां के हालात खतरनाक; घायल फिलिस्तीनियों का इजराइल में इलाज नहीं

तेल अवीव1 घंटे पहले

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शुक्रवार दोपहर गाजा के बाहरी इलाके में तैनात इजराइली सैनिक। - Dainik Bhaskar

शुक्रवार दोपहर गाजा के बाहरी इलाके में तैनात इजराइली सैनिक।

7 अक्टूबर को इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू हुई थी। इसके बाद से अब तक गाजा में 20 हजार बच्चों ने जन्म लिया। यह जानकारी UN की स्पोक्सवुमन टेस इन्ग्राम ने दी है। उनके मुताबिक, गाजा में इस वक्त हालात बेहद भयावह हैं।

दूसरी तरफ, इजराइल के हेल्थ मिनिस्टर ने आदेश दिए हैं कि लेबनान और गाजा के घायलों का इलाज इजराइल के अस्पतालों में न किया जाए। इस बारे में एक सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है।

ये हालात पहले नहीं देखे

  • UN की प्रवक्ता टेस इन्ग्राम ने कहा- कोई सोच भी नहीं सकता कि किसी जंग में बच्चों के लिए भी ऐसे हालात होंगे। तीन महीने से हम यही देख रहे हैं। आमतौर पर जब कोई महिला मां बनती है और इस दुनिया में नया मेहमान आता है तो सब खुश होते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि गाजा में कोई महिला इन हालात में बच्चे को जन्म देना चाहेगी।
  • इन्ग्राम ने कहा- कुछ महिलाएं तो ऐसी हैं, जो घायल थीं और उनकी खुद की हालत नाजुक थी, इसके बावजूद उन्होंने बच्चों को जन्म दिया। कुछ महिलाओं की तो सर्जरी के दौरान ही मौत हो गई। यहां हर 10 मिनिट में एक बच्चे का जन्म हो रहा है। अब भी वक्त है जब दुनिया जागे और फौरन गाजा में जंग रोकने के लिए सख्त से सख्त इंतजाम करे। ये जंग का ही नतीजा है कि 1 साल का बच्चा इस वक्त हमास की कैद में है और उसने अपना पहला बर्थडे बंधक के तौर पर सेलिब्रेट किया होगा।
इजराइली शहर तेल अवीव में शुक्रवार को भी बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन हुआ।

इजराइली शहर तेल अवीव में शुक्रवार को भी बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन हुआ।

लेबनान पर भी सख्त

  • इजराइल के हेल्थ मिनिस्टर यूरिएल बुसो ने डिपार्टमेंट डायरेक्टर मोशे बार सिमान को आदेश दिया है कि किसी भी फिलिस्तीनी या लेबनान के नागरिक का इलाज अगले आदेश तक इजराइल में न किया जाए। यह आदेश इसलिए दिया गया है, क्योंकि पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि घायलों में कई आतंकी हैं और ये आम नागरिक के तौर पर इजराइल में इलाज कराने के लिए आ रहे हैं।
  • सभी अस्पतालों को भेजे आदेश में कहा गया है कि जब तक इजराइली सेना की तरफ से किसी व्यक्ति के इलाज के लिए अप्रूवल न मिल जाए, तब तक उनको किसी तरह की मेडिकल फेसेलिटी न दी जाए। अगर पॉलिसी में कोई बदलाव होता तो इस बारे में बाद में बताया जाएगा।

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