छपरा में इस जगह का पेड़ा है बेहद खास, शुद्ध खोआ से होता है तैयार, आपने चखा क्या

विशाल कुमार/छपरा : अगर मीठे में पेड़ा खाने के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास हो सकता है. छपरा जिला का आम ढाढी चौक आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है. यहां विरेन्द्र साह के दुकान में पेड़ा खाने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं. इस रास्ते से गुजरने पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है. लोग यहां रुककर मशहूर पेड़े का स्वाद जरूर चखते हैं.

शुद्ध दूध से बने पेड़े के लिए यह जगह काफी प्रसिद्ध है. विरेन्द्र साह के दुकान का पेड़ा बिहार के साथ-साथ अन्य जिलों से आए लोगों को भी खूब पसंद आता है. इस बार यदि आप छपरा आते हैं तो यहां का पेड़ा चखना न भूलें. खास बात यह है कि यहां के पेड़े साइज बड़ा होता है.

25 वर्षों से लोगों को खिला रहे हैं शुद्ध पेड़ा

विरेन्द्र साह ने बताया कि पिछले 25 साल से पेड़ा की दुकान चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि शुरूआती दिनों में तो पेड़ा काफी कम बिकता था. वर्तमान में यहां मांगलिक कार्य के लिए लोगों का लगातार ऑर्डर मिलते रहता है. शाद-विवाह में लोग यहां पेड़ा ले जाते हैं. ऑर्डर देने वाले लोगों को समय पर पेड़ा उपलब्ध करा दिया जाता है. यहां दिनभर पेड़ा बनने का सिलसिला जारी रहता है. यह दुकान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चालू रहता है. दिनभर पेड़ा के लिए लोग आते रहते हैं.

70 से 80 किलो पेड़ा की है रोजाना खपत

विरेन्द्र साह ने बताया कि पेड़े की दुकान की रसोई में लकड़ी/कोयले की भट्ठियां हमेशा जलती रहती है. इन पर सौ से अधिक लीटर दूध खौलता रहता है. एक किलो शुद्ध पेड़ा तैयार करने में करीब 5 किलो दूध और उसमें स्वादानुसार चीनी की मात्रा मिलाई जाती है. तब जाकर शुद्ध पेड़ा बनता है. शुद्ध दूध से बनने वाले इस पेड़े की गुणवत्ता के कारण लोग दूरदराज़ से यहां पहुंचते हैं प्रतिदिन दो से तीन क्विंटल दूध की खपत होती है. रोजाना 70 से 80 किलो पेड़ा की खपत है. लोगों को एक पीस पेड़ा 10 रूपए में देते हैं. वहीं 360 रूपए किलो पेड़ा बेचा जाता है.

.

FIRST PUBLISHED : September 29, 2023, 21:46 IST

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *