रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव दो चरणों में हुए. 90 सीटों के लिए 2 फेज में 75.8 फीसदी वोटिंग हुई. अब 3 दिसंबर को नतीजे आएंगे. वोटिंग के बाद अब लोगों को रिजल्ट का इंतजार है. नतीजों से पहले आज छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल घोषित किए जाएंगे. एग्जिट पोल में अनुमान लगाया जाएगा कि छत्तीसगढ़ में सरकार किसकी बन रही है. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई चैनलों ने अपने एग्जिट पोल जारी किए थे.
2018 की बात करें तो एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार में वापसी बताई गई थी, लेकिन फाइल रिजल्ट ने सभी को चौंका दिया था. सूबे में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की थी. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में 68 सीटें आई थी, जबकि बीजेपी को सिर्फ 15 सीटें हासिल हुई थी. 2018 के चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 90 सीटों पर मतदान हुआ था. बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए छत्तीसगढ़ में 46 सीटों की जरूरत होती है. पिछली बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोटिंग हुई थी. पहले फेज में 7 नवंबर को सूबे के नक्सल प्रभावित 20 सीटों पर मतदान हुआ था. 17 नवंबर को दूसरे चरण में 70 सीटों पर वोटिंग हुई थी.
छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव भी दो चरण में हुए थे. पहले फेज की वोटिंग 12 नवंबर और दूसरे फेज का मतदान 20 नवंबर को हुआ था. नतीजे 11 दिसंबर को आए थे. तो वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 में से 49 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को 39 सीटें मिली थीं. बसपा के खाते में 1 सीट गई थी.
छत्तीसगढ़ की अहम विधानसभा सीट
पाटन सीट- इस सीट पर मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधायक हैं. 1993 से 5 बार वे जीत दर्ज कर चुके हैं. इस बार उनके खिलाफ बीजेपी ने विजय बघेल को मैदान में उतारा है. रिश्ते में वे भूपेश बघेल के भतीजे हैं.
राजनांदगांव सीट- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का यह क्षेत्र गढ़ माना जाता है. यहां से वे 6 बार के विधायक रहे हैं. कांग्रेस ने यहां से गिरीश देवांगन को टिकट दियाहै.
अंबिकापुर- छत्तीसगढ़ का यह आदिवासी इलाका वर्तमान उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का इलाका है. 2008 से वे इस सीट से जीत रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट पर राजेश अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है.