छठ पूजा में दिशा के अनुसार भगवान भास्कर को दें अर्घ्य, छठव्रती इधर रखें मुख

गुलशन कश्यप, जमुई: लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक आ गया है. हर तरफ छठ पर्व की तैयारी चल रही है. दीपावली की अगली सुबह से ही छठ की धूम रहेगी तथा लोग अपने-अपने हिसाब से छठ पर्व की तैयारी में लग जाएंगे. छठ पर्व को एकमात्र जीवित देव भगवान सूर्य की आराधना का पर्व माना जाता है और इस दौरान लोग छोटी से छोटी गलतियों का भी पूरा ख्याल रखते हैं और कोशिश करते हैं कि छठ पर्व के दौरान किसी प्रकार की कोई भूल न हो.

ऐसी मान्यता है कि छठ पर्व में जितना फल इस व्रत को करने से मिलता है, गलती करने पर तुरंत लोगों को हानि भी पहुंच सकती है और इस बात का डर भी लोगों के मन में रहता है. ऐसे में छठ पर्व के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और खास कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के दौरान कौन सी दिशा में खड़े रहना चाहिए यह जान लेना बहुत जरूरी होता है.

सूर्योदय एवं सूर्यास्त के वक्त ऐसे करें अर्पित करें जल
ज्योतिषाचार्य मनोहर आचार्य बताते हैं कि छठ पर्व के दौरान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के लिए दिशा का काफी महत्व होता है. सायंकालीन समय में जब अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाता है. इस वक्त लोगों को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके खड़े होना चाहिए. उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के समय अर्घ्य अर्पित करने के दौरान छठ व्रतियों को भी चाहिए कि वह पश्चिम की दिशा में ही मुख करके खड़ी हो और परिवार के अन्य लोग, जो भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करते हैं उन्हें भी पश्चिम की दिशा में ही मुख करके भगवान सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए.

ठीक उसी प्रकार जब सूर्योदय के समय उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया जाता है उसे वक्त पूर्व की दिशा में मुख करके व्रतियों को भी खड़ा होना चाहिए और परिवार के अन्य लोगों को भी पूर्व की दिशा में ही मुक्त करके भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना चाहिए.

दीप जलाने से लेकर धूप देने तक में दिशा का है महत्व
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि छठ पर्व के दौरान दीप जलाने से लेकर भगवान भास्कर को धूप अर्पित करने तक में दिशा का विशेष महत्व होता है. उन्होंने बताया कि छठ घाट पर सूप और दौरा रखा जाता है, इसमें भी दिशा काफी महत्व रखती है. सूर्यास्त के वक्त जब घाट पर दीपक जलाना चाहिए तो ध्यान रहना चाहिए कि दीपक का मुख पश्चिम की दिशा में हो, जबकि सूर्योदय के समय दीपक का मुख पूर्व की दिशा में रखना चाहिए.

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ठीक वैसे ही जब छठ घाट पर आप भगवान भास्कर को धूप दे रहे हो तो धूप देने के वक्त आपका मुख सूर्यास्त के समय पश्चिम की दिशा में जबकि सूर्योदय के समय पूर्व की दिशा में होना चाहिए. इन बातों का ध्यान रखकर ही छत व्रत के दौरान भगवान भास्कर के आराधना करनी चाहिए.

Tags: Bihar News, Chhath Puja, Dharma Aastha, Religion 18

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