छठ पूजा के दौरान भूलकर न करें ये गलतियां, इन बातों का रखें खास ध्यान

विकाश पाण्डेय/सतना: छठ पर्व का शुभारंभ नहाय- खाय की परंपरा से शुरु हो चुका है. आज शाम से खरना के साथ डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य देकर व्रतिया अपना व्रत शुरु करेंगी. जो 36 घंटे की कठोर प्रण के साठ सूर्य के उषा अर्घ्य के बाद पारण होगा. यह व्रत संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा, रोग व्याधि, खुशहाली के लिए किया जाता है. इसमें भगवान सूर्य और छठी माता की पूजा की जाती है. लेकिन इस व्रत से जुड़े कुछ नियम भी जिन्हें अवश्य पालन करना चाहिए.

चित्रकूट के अथर्व वेदाचार्य देवानंद जी ने कहा कि माता छठी और भगवान सूर्य की आराधना व्यक्ति के जीवन में चमात्कारी फल प्रदान करतें हैं छ्ठी मां सूनी गोद को भरने वाली हैं इसलिए इनका पूजन विधि विधान से करना चाहिए और साफ़ -सफाई प्रसाद सहित 3 दिन व्रत के दैरान कुछ बातें का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

इन बातों का रखें विशेष ध्यान
1.स्नान और कपड़ेछठ पूजा में माता छठी और भगवान सूर्य की उपासना करते से पहले अच्छे से नहा लें और स्वच्छ साफ़ सुथरे कपड़े पहन लें ध्यान दें कि कहीं भी गंदगी नहीं होनी चाहिए.

2.साफ़ – सफ़ाई का दें विशेष ध्यान
छठ पूजा के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए. छठ पूजा में बनाए जानें वाले भोग संबंधी सभी अनाज घर में ही धुलना सुखाना और कूटना पीसना चहिए और प्रसाद बनाना चहिए.

3.चूल्हे को अच्छे से लीप लें
यदि आप छठ का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे में तैयार कर रहीं हैं तो ध्यान दें की चूल्हा नया हो और अच्छे से लिपा हुआ हो यदि आप गैस चूल्हे का इस्तेमाल करना चाहती हैं तो वह नया होना चहिए. पूजा में पहले इस्तेमाल किए गए चूल्हे का दोबारा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

4. छठ पूजा में बांस के बर्तन का ही करें उपयोग
छठ पूजा का प्रसाद और पूजन सामग्री बांस से बने टोकरे सूप इत्यादि में रखना चाहिए ध्यान रहे की स्टील, कांच, और प्लास्टिक से निर्मित बर्तनों का इस्तेमाल वर्जित है.

5.जूंठन से करें परहेज
छठ पूजा का प्रसाद बहुत ही पवित्र माना जाता है. प्रसाद बनाते समय भूलकर भी जूठा न करें. प्रसाद बनाते से पहले कुछ भी न खाएं. प्रसाद बनाने वाली जगह पूरी तरह साफ़ सफाई से युक्त हो कहीं भी जूठा नहीं पड़ा रहे. प्रसाद नहाकर साफ-सुथरे कपड़े पहन कर बनाना चाहिए.

7. बिस्तर में नहीं सोएं
छठ पूजा में व्रती का बिस्तर पर सोना वर्जित है. व्रत करने वाले व्यक्ति को छठ महापर्व के चारों दिन जमीन पर चटाई या दरी बिछाकर सोना चाहिए.

8.पूजा के दौरान इन बातो का रखें ख्याल
छठ पूजन के समय बहुत आत्म संयम रखना चाहिए. कभी किसी को भला बुरा नहीं बोलें, बड़ों का अनादर नहीं करें किसी भी तरह का गुस्सा या वाद विवाद की स्थित से बचें.


(नोट -सम्पूर्ण जानकारी पौराणिक कथाओं मान्यताओं पार आधारित है किसी तरह की तथ्यात्मक चूक की जिम्मेदारी लोकल 18 की नहीं होगी)

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